माँ रोइ होगी
बहन चिल्लाई होगी
भाई बिलखता होगा
तुम्हे तो बस हिन्दू और मुसलमान देखता है
ये राजनीति का चश्मा उतार कर देखो जालिमो
चन्दन था हिन्दू अकरम था मुस्लिम
दोनो के जिस्म में खून तो लाल देखता है
खून बहा जो काशगंज वह लाल ही होगा
क्यों नही सोचा तुमने वह किसी माँ का लाल होगा
Ali Hashmi