जर्रे जर्रे में फैली है हैवानियत
दर्द देने लगा अब इंसानियत
लुटती रही आबरू औरतों की
लोग आँखों मे पट्टी बांधे हुए
आज कह रहे है मुबारक हो महिला दिवस
जर्रे जर्रे में फैली है हवस ही हवस
कैसे कहू मुबारक हो महिला दिवस
मासूम बच्ची की आबरू लूट गई
वह रोती तड़पती बिलखती रह गई
जर्रे जर्रे में फैली है हवस ही हवस
आज कह रहे हो मुबारक हो महिला दिवस
Rj Ali Hashmi