“न तो सबसे तेज़ दौड़नेवाला दौड़ में हमेशा जीतता है, न वीर योद्धा लड़ाई में हमेशा जीतता है, न बुद्धिमान के पास हमेशा खाने को होता है, न अक्लमंद के पास हमेशा दौलत होती है और न ही ज्ञानी हमेशा कामयाब होता है। क्योंकि मुसीबत की घड़ी किसी पर भी आ सकती है और हादसा किसी के साथ भी हो सकता है।”
आपने अपने अतीत में जो किया वो आपका आज बनता है और आप जो आज करेंगे वो आपका कल बनेगा। अगर आप अपने अतीत को पकड़ कर रोते रहोगें तो आप आज कुछ नहीं कर पाओगे और आपका कल भी बिगड़ जायेगा। जो हो गया उस पर अब आपका कोई नियंत्रण नहीं हैं आप अतीत में जा कर वो सब ठीक नहीं कर सकते हो तो फिर उसके लिए परेशान क्यू होना। आपका बिता हुआ कल बस एक काम के लिए है सीखने के लिए। तो आज से अपने बीते हुए कल की गलतियों से सीखो और अपने अतीत को भुला कर आगे बड़ो और चलते चलो।
आप जिंदगी में क्या बनेंगे इसमें आपकी आदतों का बहुत बड़ी भूमिका हैं। आपकी आदतें आपकी दिनचर्या बनाती है और आपकी दिनचर्या ही है जो आपको अपने लक्ष्य पाने में मदद करती है या आपको आपके लक्ष्य से दूर ले जाती हैं। आप एक जैसी आदतों से जीवन जीते हैं तो आपकी दिनचर्या भी दिन प्रति दिन एक जैसी रहेगी और आपकी जिंदगी भी एक जैसी चलती चली जाएगी और आपका विकास भी एक ही जगह पर रुका रहेगा। आपको अपनी आदतों को बदल कर कुछ ऐसी आदते अपनी जिन्दगी में शामिल करनी चाहिए जो आपको आपके लक्ष्य की तरफ बढ़ाए। हर सफल इंसान अपनी जिन्दगी में कुछ ऐसी आदतों का पालन करता हैं जो उसको उसके लक्ष्य की तरफ अग्रसर करती है
कुछ लोग अपना समय बस योजनाए (Planning ) बनाने में ख़राब करते रहते है वो लोग काम करने से ज्यादा योजनाओ में ज्यादा समय लगते हैं। व्यापार की योजना बनाना, अपनी जिंदगी की योजना बनाना इत्यादि। एक बात सत्य है कि आप जिस काम की योजना में जितना ज्यादा समय लगते है वो काम या तो शुरू ही नहीं होता या कभी पूरा नहीं होता क्योंकि आप अपनी योजनाओ में उससे बहुत कुछ उम्मीद लगा लेते हैं किन्तु जब वो
आपके अनुसार नहीं चलता तो आप मायुस हो जाते है और फिर आप सही से उस काम को नहीं कर पाते हैं। आप कैसे अपने पूरी जिंदगी की योजना एक बार में बना सकते है जबकि हमको अपने अगले पल का कोई ज्ञान नहीं है कब क्या हो जाए। किसी लक्ष्य को पाने का कोई सत-प्रतिशत सही रास्ता नहीं होता। सर्वश्रेस्ट योजना या मास्टर प्लान जैसा कोई तरीका नहीं होता। इसलिए ज्यादा समय योजनाओ में बर्बाद ना करके अपने लक्ष्य की तरफ पूरी लगन और मेहनत से बढे चलो आपको अपनी मंजिल जरूर मिल जाएगी।
आप अपने से जुड़े हर इंसान को खुश नहीं कर सकते हो। हर किसी की आपसे अलग -अलग उम्मीदें होती है और अगर आप हर किसी को खुश करने में लगे रहोगे तो आप अपनी खुशी पर ध्यान केंद्रित करना भूल जाओगे। आपकी खुशी सबसे ज्यादा मान्य रखती है क्योंकि आप खुद ही खुश नहीं रहोगे तो और किसी को खुश कैसे करोगें।सबके लिए अच्छे रहो, सबकी मदद करते रहो किन्तु आप से सभी खुश रहेंगे ये बात अपने दिमाग से निकल दो और अपनी जिंदगी खुशी से जियो।
Ali Hashmi