25 अप्रैल 2023
आज वह घर आ रही थी पूरे 2 साल बाद , पूरी तरह ठीक होकर ,अपने पूरे होशो हवास में । धरा की बेचैनी शब्दों की मोहताज नहीं रह गई थी । वह उसके चेहरे और उसकी बातों से बरबस छलक पड़ती थी । "अज्जी ! वह मुझे कैसे