मातृ दिवस सभी माताओं का सम्मान करने के लिए मनाया जाता है। एक बच्चे की परवरिश करने में माताओं द्वारा सहन की जाने वाली कठिनाइयों के लिए आभार व्यक्त करने के लिए यह दिन मनाया जाता है। इस दिन लोग अपनी मां को ग्रीटिंग कार्ड और उपहार देते हैं। कवि रॉबर्ट ब्राउनिंग ने मातृत्व को परिभाषित करते हुए कहा है- सभी प्रकार के प्रेम का आदि उद्गम स्थल मातृत्व है और प्रेम के सभी रूप इसी मातृत्व में समाहित हो जाते हैं। प्रेम एक मधुर, गहन, अपूर्व अनुभूति है लेकिन शिशु के प्रति मां का प्रेम एक स्वर्गीय अनुभूति है।
‘मां!’यह वो अलौकिक शब्द है, जिसके स्मरण मात्र से ही रोम-रोम पुलकित हो उठता है। हृदय में भावनाओं का अनहद ज्वार स्वतः उमड़ पड़ता है और मनोःमस्तिष्क स्मृतियों के अथाह समुद्र में डूब जाता है। ‘मां’वो अमोघ मंत्र है, जिसके उच्चारण मात्र से ही हर पीड़ा का नाश हो जाता है। ‘मां’ की ममता और उसके आंचल की महिमा को शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता है, उसे सिर्फ महसूस किया जा सकता है, जिसने आपको और आपके परिवार को आदर्श संस्कार दिए। उनके दिए गए संस्कार ही मेरी दृष्टि में आपकी मूल थाती है, जो हर मां की मूल पहचान होती है।
कैसे हुई मदर्स डे की शुरुआत?
संसार महान् व्यक्तियों के बिना रह सकता है, लेकिन मां के बिना रहना एक अभिशाप की तरह है, इसलिए संसार मां का महिमामंडन करता है, उसके गुणगान करता है, इसके लिए मदर्स डे, मातृ दिवस या माताओं का दिन चाहे जिस नाम से पुकारें दिन निर्धारित है। अमेरिका में मदर्स डे की शुरुआत 20वीं शताब्दी के आरंभ के दौर में हुई। विश्व के विभिन्न भागों में यह अलग-अलग दिन मनाया जाता है।
मदर्ड डे का इतिहास करीब 400 वर्ष पुराना है। प्राचीन ग्रीक और रोमन इतिहास में मदर्स डे मनाने का उल्लेख है। भारतीय संस्कृति में मां के प्रति लोगों में अगाध श्रद्धा रही है, लेकिन आज आधुनिक दौर में जिस तरह से मदर्स डे मनाया जा रहा है, उसका इतिहास भारत में बहुत पुराना नहीं है। इसके बावजूद दो-तीन दशक से भी कम समय में भारत में मदर्स डे काफी तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।
सर्वप्रथम Mothers Day किसके द्वारा मनाया गया ?
Mothers day सर्वप्रथम अमेरिका में Julia Ward Howe के द्वारा मनाया गया था। 1870 में हॉवेन द्वारा रचित "मदर्स डे प्रोक्लेमेशन" में अमेरिकी गृहयुद्ध में नरसंहार पर शांतिवादी प्रतिक्रिया लिखी गई थी।
यह उद्घोषणा होवे की नारीवाद की मान्यता थी, जिसके तहत महिलाओं और माताओं को अपने समाज और उसकी परंपरा को एक नया आकार देने के लिए राजनीतिक स्तर पर पूरी जिम्मेदारी दी जानी चाहिए।
अंतिम शब्द,
माँ का प्यार सागर से गहरा और आसमान से ऊंचा होता है। माँ का आँचल धरती से भी बड़ा होता है। खुशनसीब है वो लोग जिन्हें माँ का प्यार मिल रहा है। इसलिए माँ के प्रति अपनी भावनाओं को इस mothers day के मौके पर खुलकर व्यक्त कर दें ताकि आपकी माँ को खुशी मिल सके।
मदर्स डे 2022 पर अपनी मां के लिए कुछ खास करें और उन्हें अहसास कराएं कि आप उनके अच्छे बेटे हैं। अपनी मां को कोई अच्छा उपहार दें और उन्हें खुश रखें।