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मदर्स डे

26 नवम्बर 2022

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आरोही कॉलेज के बाहर खड़ी होकर अवनि का इन्तजार कर रही थी तभी अवनि दौड़ते हुए आ गई। 
"आज इतनी लेट कैसे हो गई? "- आरोही ने डाँटते हुए पूछा। 
"अरे यार!  आज मदर्स डे हैं ना तो मम्मी को गिफ्ट दिया था मैने। बस उसी में टाइम लग गया। "- अवनि हाँफते हुए बोली ।

मदर्स डे नाम से ही आरोही को अपनी जिंदगी की कड़वी यादें याद आ गई। वह अपनी यादें में खो गयी। 
"आरू! आरू, उठ जा। "- उसकी माँ के इतना कहने पर भी नहीं उठने पर उन्होने उसे चाटा मार दिया। बस चाटा पड़ते ही उसकी आँखें खुल गई। 
आरोही अपनी माँ से बहुत प्यार करती थी। वह उनके बिना एक पल भी नहीं रह सकती थी। उसकी माँ भी तो उससे कितना प्यार करती थी। दिनभर मेरी आरू, मेरी आरू करती रहती थी। आरोही की माँ  पढ़ी- लिखी नहीं  थी। आरोही अपने खाली समय में उन्हें पढ़ाती थी। वे अपना नाम लिखना तो बहुत जल्दी सीख गई  थी। 
दोनों  को देख कर  ऐसा लगता था जैसे दोनों माँ- बेटी नहीं सहेलियाँ है। दोनों एक दूसरे से कोई भी बात नहीं  छिपाती थी। 
लेकिन यह तो सच है कि कोई भी हमारे साथ पूरी जिंदगी नहीं रह सकता चाहे वह हमारी माँ ही क्यों न हो। शायद भगवान को भी उन दोनों को देख कर जलन होने लगी थी। जो आरोही अपनी माँ से एक पल के लिए भी दूर नहीं  रह सकती थी वही माँ उससे हमेशा - हमेशा के लिए जुदा हो गई। 

"आरोही, आरोही  अरे यार तू कहाँ खो गयी? "-अवनि ने कहा। 
"तुझे पता है ना आज कौनसा दिन है? आज क्या हुआ था? "- आरोही ने अपनी यादों  से बाहर निकल कर कहा। 
"तू क्या उन पुरानी बातों को लेकर बैठ गई, भूल जा उन सब बातों को। "- अवनि ने आरोही को समझाते हुए कहा। "घाव जितना पुराना  हो ना दर्द उतना ही ज्यादा होता है। अब मेरा यह दर्द नासूर बन चुका है,अवनि।"-आरोही अपने आँसुओं को रोकते हुए बोली ।
"कब तक तू इस दिन ऐसे ही उदास होती रहेगी। उन सब को भूल जा, यार। "- अवनि उसे समझाते हुए बोली। 
अवनि की बातों से आरोही का दिल बैठ जाता है। उसका गला रूंध जाता है। उसकी आँखों से आँसू निकल आते हैं। 
"यार, मैं कैसे भूल जाऊँ उन सब बातों को? ये दिन मेरी जिंदगी का सबसे मनहूस दिन है। "- आरोही का बोलते हुए गला भर आता है। 
"मैं जानती  हूँ यार पर____"- अवनि बोलते- बोलते रुक जाती है क्योंकि उसे पता था कि आज ये नहीं रुकने वाली। 
"आज के दिन सब अपनी माँ के साथ मदर्स डे मानते हैं लेकिन इस दिन ने मुझसे मेरा सब कुछ छिन लिया। "- आरोही रोते हुए बोली। 
उस दिन आरोही की माँ  कही बाहर जा रही थी पर आरोही उन्हें जाने से मना कर रही थी। 
"मम्मी, पता नहीं क्यों ऐसा लग रहा है जैसे आप मुझसे बहुत दूर जा रही हो। अगर आज आप कहीं गई तो वापस कभी नहीं आओगी । "- आरोही अपनी माँ के गले लगते हुए बोली। 
"आरू ये सब बस तेरे मन का वहम है ।मैं तुझे छोड़ कर कहाँ जाऊँँगी क्योंकि मेरी जान तो तुझमें बसती है ।"- उसकी माँ उसके माथे पर हाथ फेरते हुए बोली ।

वही हुआ जिसका आरोही को डर था उसकी माँ उसे हमेशा- हमेशा के लिए छोड़ कर चली गई। वापस घर आते वक्त रास्ते में उनका एक्सीडेंट हो गया। जिससे उनकी वही पर मौत हो गई। पुलिस ने उनका शव उनके परिवार वालों को सौंप दिया। आरोही तो सदमे में जा चुकी थी। उसे तो कुछ होश ही नहीं था। वह दरवाजे पर खड़ी होकर अपनी माँ के आने का बेसब्री से इन्तजार कर रही थी कि अभी उसकी माँ बाहर से आएगी और उसे कसके  गले लगा लेगी। 
आरोही की दादी आरोही के कमरे में आई और बोली -"मेरी लाडो, तुझे ये क्या हालत बना रखी है अपनी। तू सँभाल अपने आप को। "
"सँभालने वाली ही तो नहीं रही दादी"- आरोही के स्वर ऐसे लग रहे थे जैसे कोई ज़िंदा लाश बोल रही है। 
"मेरी बच्ची तेरी माँ तुझे छोड़ कर कही नहीं गयी है। वो तो यही है तेरा पास। "- उसकी दादी उसे गले लगा कर रोते हुए बोली। 
"कार में तेरी माँ के साथ ये सामान मिला है। तू इन्हें अपने पास रख ले। मैं  तो इन्हें अपने पास भी रख सकती थी पर इन पर पहला हक तेरा है। तेरी माँ की भी यही इच्छा होगी। "- उसकी दादी उसे सामान देती हुई बोली। 

उसे उन सब सामान को देख कर अपनी माँ की और भी ज्यादा याद आने लगती है ।उस सामान में एक गिफ्ट रखा हुआ था जिस पर लिखा हुआ था 'फोर माय मोम '। वह उस गिफ्ट को खोलती है उसमें एक आइफोन था। वह उसे ओन करती है। उसमें एक वीडियो था जिसे वह प्ले कर देती है। 
"सबसे पहले तो  'आई एम रियली रियली सौरी। मैने तुझे झूठ बोला कि मुझे कुछ जरूरी काम है  इसलिए मैं बाहर जा रही हूँ। तू ये सोच रही होगी कि आज मैं तुझे गिफ्ट क्यों दे रही हूँ? क्योंकि तू ही तो है मेरी माँ जिसने मुझे जिंदगी जीने के सही मायने सिखाए है ।जिसने मुझे हर कदम पर सँभाला है। तुझे मुझे बताया कि मैं अब भी कुछ कर सकती हूँ। मैं भी अपनी अलग पहचान बना सकती हूँ। तेरी मोटिवेशन की वजह से मेंने अपना केटरिन  का बिजनेस स्टार्ट कर दिया। जितना मैं अपने आपको नहीं जानती उससे ज्यादा तू मुझे जानती  है। ये सब बातें शायद मैं तुझे कभी नहीं बोल पाती इसलिए ये वीडियो बना रही हूँ। तुझे वो सब कुछ  किया है जो एक माँ अपनी बेटी के लिए करती है। तो हैप्पी मदर्स डे माय लवली मदर। "
आरोही बेसहारा होकर गिर जाती है और सिर्फ एक ही बात कहती है 'हैप्पी मदर्स डे, मम्मा'। 
Rajveer Prajapat

Rajveer Prajapat

I love you my mom

14 दिसम्बर 2022

Rajveer Prajapat

Rajveer Prajapat

14 दिसम्बर 2022

Very nice

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इस पुस्तक में मेरी विभिन्न कहानियाँ है। यह मेरे जीवन की पहली पुस्तक है। मैं चाहती हूँ कि इसे अधिक से अधिक पाठकगण पढ़े और इसकी सराहना करे। चूँकि मैं लेखन कला में नयी हूँ अतः मेरी भूलों को क्षमा करे और मुझे अधिक से अधिक रचना आपके सामने प्रस्तुत करने के लिए प्रोत्साहित करे। इस पुस्तक में मेंने अपने भावों को शब्दों के माध्यम से उकेरा है।

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