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कविता - हिंदी हमारी शान भाषा से अपनी पहचान भाषा पर है हमें अभिमान संस्कृति की नींव है भाषा इसी से है हमारी शान... भूलकर भी इसे ना भुलाना अपने दिल से इसे अपनाना बच्चों को भी इसे सिखाना स्वदेशी तुम