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मेरी सांसे तो तेरी साँसो से ही चलती है

22 सितम्बर 2021

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मेरी सांसे तो तेरी सासों से ही चलती है

मेरी सांसे तो तेरी सासों से ही चलती है, तुमसे ही दिल की धड़कन मेरी धड़कती है।
ख़ुश हो जाता ये दिल नाम तुम्हारा सुनते ही, तुमसे ही जिंदगी खुशहाल होती है।।
पहचान जाते तुम्हारे खुशबू से तुम्हें, तुम्हारी सुगंध जेहन में मेरे बसती है।
आवाज़ सुनते ही जान जाते आ रहें आप, आप के पायल की आवाज़ दिल में मेरी बजती है।।
हो कितने खास मेरे लिए तुम, मेरे दोस्त ही तुम्हें ये बता सकते है ।
घर वाले मेरे जानते तुम्हें अच्छे से, चाहो तो तुमसे मिलने भी आ सकते है।।
करते इंतजार आपके बात करने का, इंतजार दिन से रात होने तक करते है।
बताते अपनी हर अनकही बात आपसे, अपने हाल से रूबरू तुमको करवाते है।।
नहीं वजूद आपके बिना मेरा कुछ, आपसे ही हम प्यार करते है।
होना चाहते आपके ही अब हम,
आपके ही बन कर रहना चाहते है
और कितना करेगा एक तरफ़ा प्यार संस्कार उससे तू, तेरा प्यार बहुत सच्चा है।
करवा दे रूबरू अपने प्यार से उसे, तेरा प्यार बहुत सच्चा है।।

संस्कार अग्रवाल

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