shabd-logo

मृत्यु

9 सितम्बर 2021

17 बार देखा गया 17
  🌺मृत्यु🌺

चीर निद्रा तेरा आलिंगन,
हर मनुज को होना हैं।
एक शयन अनूठा देखों 
न चाहकर भी सोना हैं।।

हर एक श्वास छूटकर,
तेरे करीब हीं आती हैं।
प्रतिदिन प्रतिपल सखी,
तु मुझें निहारें जाती हैं।।

जीवों के जीवनपथ पर
सब  और तेरा भय है,
हार मनुज के जीवन में,
तेरे हिस्से सदा जय है।।

तु जब भी आये आना
ना कोई प्रतिबंधन है।
हें सखीं! इस जीवन में
तेरा सस्नेह निमंत्रण हैं।।

🌺🌺🌺🌺🌺

पीयूष जोशी की अन्य किताबें

Shivansh Shukla

Shivansh Shukla

शानदार रचना 👌👌🔥🔥🙏🙏

9 सितम्बर 2021

पीयूष जोशी

पीयूष जोशी

9 सितम्बर 2021

धन्यवाद भाई

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए