अभी हम आप जिस इंडियन स्टैंडर्ड टाइम में चल रहे हैं, अपने को खुशनसीब समझो. ये आगे चलकर इतिहास में दर्ज किया जाएगा कि हम लोग भारत के स्वर्णकाल के साक्षी बने. आप साक्षी महाराज से कन्फ्यूज न हों, यहां बात दूसरे बीजेपी सांसद की हो रही है. इनका नाम किरीट सोमैया है. इन्होंने कहा है कि मोदी की अगुवाई में इंडिया नई ऊंचाई प्राप्त करेगा. ये बात नास्त्रेदमस ने सैकड़ों सैकड़ों साल पहले लिख दी थी.
पहले तो जान लो कि नास्त्रेदमस कौन है. ये आदमी 1503 में भविष्यवाणी करने के लिए पैदा हुआ था. दुनिया में जितने बड़े काम हुए हैं, लास्ट में वो इसकी भविष्यवाणी से जुड़ जाते हैं. जैसे अमेरिका में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले की भविष्यवाणी भी उसने की थी. यकीन मान लो ये शख्स अपने जमाने का ज़ाकिर नाइक रहा होगा. या कोई बाबा टाइप का जिसकी बात हर कोई मानता रहा होगा. खैर नास्त्रेदमस से हमको क्या लेना देना. हम बात करते हैं मोदी जी की. जिनके बारे में नास्त्रेदमस ने ये भविष्यवाणी की थी.
‘तीन ओर घिरे समुद्र क्षेत्र में वह जन्म लेगा, जो बृहस्पतिवार को अपना अवकाश दिवस घोषित करेगा. उसकी प्रशंसा और प्रसिद्धि, सत्ता और शक्ति बढ़ती जाएगी और भूमि व समुद्र में उस जैसा शक्तिशाली कोई न होगा.’
टेक्निकली ये भविष्यवाणी बहुत सही है बस कमी रह गई अवकाश वाली. मोदी जी अवकाश नहीं लेंगे ये बात नास्त्रेदमस को पता होनी चाहिए थी. खैर सिर्फ नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी में ही नहीं, तमाम जगहों पर नरेंद्र मोदी किसी न किसी रूप में दिखे हैं. न मानो तो खुद देख लो.
हड़प्पा सभ्यता उर्फ सिंधु घाटी सभ्यता अपने इधर सबसे पुरानी सभ्यताओं में गिनी जाती है. उस टाइम के विशाल बाथरूम और सीवर सिस्टम मिले हैं. एक और खास चीज मिली है. उन लोगों को पता लग चुका था, ये प्राचीन सकल्पचर इस बात की गवाही देता है.
भक्तराज ध्रुव का नाम सुना है? जब उनके पिता जी उत्तानपाद ने गोदी से उतारकर बाहर खदेड़ दिया तो वो मम्मी के पास गए. मम्मी ने कहा तुम पापा को छोड़, भगवान की पूजा करो. तो ध्रुव ने जिस मंत्र का जाप किया था उसमें नरेंद्र मोदी आता था. शॉर्टकट में नमो कह सकते हो. मंत्र था ॐ नमो भगवते वासुदेवाय.
साल में दो बार ऐसा होता है जब नॉनवेज की बिक्री बन्द हो जाती है. ये मौका होता है जब नवराते शुरू होते हैं. आते हैं हर साल नवराते माता के. घर घर में दुर्गा सप्तसती का पाठ होता है. उसमें जगज्जननी मां जगदंबा की आरती गाई जाती है उसमें सबसे पहले मोदी जी का नाम आता है.
नमो नमो दुर्गे सुख करनी ।
नमो नमो अम्बे दुःख हरनी ॥
नास्त्रेदमस के अलावा महान ग्रीक दार्शनिक सुकरात ने भी फ्यूचर देख लिया था. उनको न सिर्फ ये पता था कि मोदी जी खुद पीएम बनेंगे बल्कि उनको ये भी ज्ञात था कि वो योगी आदित्यनाथ को यूपी का सीएम बनाएंगे. उनका एक दार्शनिक वाक्य पढ़िए, आपको हमारे कहे का अंदाजा लग जाएगा.
यदि आप एक अच्छे काठ साज़ बनना चाहते हैं तो सबसे खराब घोड़े की काठ बनाएं, यदि आप ने उस एक को वश में कर लिया तो आप सब को वश में कर सकते हैं.
अब महान पोएट और नाटककार विलियम शेक्सपियर की बात भी सुन लो. उनको दो चीजें पता थीं. एक तो ये कि विशाल भरद्वाज उनके नाटकों पर फिल्में बनाएंगे. दूसरी चीज जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे तो प्रेस के सवालों का जवाब नहीं देंगे. भाषण छोड़कर वो किसी को जवाब नहीं देंगे. तभी को उन्होंने लिखा था.
I am not bound to please thee with my answer.
अर्थात: मैं अपने उत्तर से आपको संतुष्ट करने के लिए बाध्य नहीं हूं.
इतने सुबूत दे दिए हैं, किसी के भी मुंह पर फेंक कर मार दो. बता दो उसको कि किरीट सोमैया जी ने सौ टका सही बात कही है.