McDonald’s. भारत के महानगरों और कदरन बड़े कस्बों में रहनेवाले लोगों में शायद ही कोई अंजान हो इस नाम से. 1996 में जब भारत में मैकडोनल्डस ने अपना पहला आउटलेट खोला था, तब उन्हें भी शायद ही उम्मीद रही होगी कि ये इतना पॉपुलर हो जाएगा. 13 अक्टूबर 1996 को दिल्ली के वसंत विहार इलाके में McDonald’s ने अपनी पहली दुकान खोली. इस जगतप्रसिद्ध फ्रेंचाइज़ी के लिए ये 95वें मुल्क में कदम रखना भर नहीं था. भारत जैसे विशाल लेकिन पारंपरिक फ़ूड के रसिया मार्केट में खुद को प्रासंगिक बनाए रखने की चुनौती भी थी. इसीलिए पहली बार ऐसा हुआ था कि McDonald’s के किसी आउटलेट में बीफ नहीं मिलने वाला था. आज दो दशक बाद तकरीबन 300 आउटलेट्स के साथ McDonald’s का कारवां फुल स्पीड से आगे बढ़ रहा है. भारत के युवा वर्ग की पहली पसंद बन गया है McDonald’s. फास्ट फ़ूड की शौक़ीन जनता सपरिवार McDonald’s जाना शान समझती है.
ये तो हुआ McDonald’s का इतिहास. अब असल सवाल. जिसकी वजह से आप इस आर्टिकल को पढने आए हैं. ये McDonald’s में एम के बाद और डी से पहले आने वाला सी हमेशा छोटा क्यों होता है? जबकि M और D दोनों कैपिटल में लिखे जाते हैं. सिर्फ McDonald’s ही नहीं और भी कुछ नामों में ये झोल दिखाई देता है. मशहूर दारु ब्रांड McDowell’s No.1 याद कर लीजिए. या क्रिकेट के फैन्स अपने ग्लेन McGrath को याद कर लें. इन सब नामों में c स्मॉल है और अड़ोस-पड़ोस के अक्षर कैपिटल. क्या वजह है इसकी? आइए समझते हैं.
ये जो Mc लिखा हुआ होता है न, ये मैक (MAC) का शॉर्ट फॉर्म है. इसे गेलिक शब्दावली से लिया गया है. जिसका मतलब होता है ‘Son Of’. यानी ‘का बेटा’. किसका बेटा? उसका, जिसका नाम c के बाद लिखा आता है. जब किसी खानदान के किसी पुरुष के नाम पर सरनेम रखा जाता है, तो वो इसी तरह होता है. McDonald’s का मतलब है डोनल्ड का बेटा/बेटे. McDonald’s के परिवार में कभी कोई मशहूर डोनल्ड हुआ होगा, जिसके नाम से ये सरनेम पड़ गया है. अब क्योंकि डोनल्ड एक प्रॉपर नाम है, इसलिए इसका पहला अक्षर D हमेशा कैपिटल में लिखा जाएगा. इसी वजह से M और D के बीच फंसा c हमेशा छोटा ही होता है.
ज़रूरी नहीं कि हर बार किसी पिता का नाम ही हो c के बाद. कभी-कभार उसका प्रोफेशन भी हो सकता है. जैसे कि David McMaster. यहां डेविड के पिता का नाम मास्टर नहीं है, बल्कि वो किसी एक आर्ट में मास्टर रहे होंगे. इस वजह से डेविड का सरनेम McMaster है. पहले इन तरह के नामों को प्रॉपर Mac से शुरू किया जाता था. वक़्त के साथ ‘ए’ गायब हो गया और दो कैपिटल लेटर्स के बीच फंसा ‘सी’ छोटा लगने लगा.