0.0(0)
13 फ़ॉलोअर्स
2 किताबें
<div>घर इंसान का हो किसी पक्षी जानवर का,</div><div>बिखरने पर जंगली जानवरों की आंखे और मुह दोनों,</di
<div align="left"><p dir="ltr">हैलो मेरी प्यारी डायरी,</p> <p dir="ltr">आज बड़े दिनों बाद मुझे तुमसे
<div>जो चीज हमे दूर से जितना बेचैन करती है,</div><div>उसके पास जाने पर वो हमे उतना ही सुकून देती है.
<div>एक दौर हुआ करता था जब लोग फोन पर बात करने के लिए रिचार्ज किया करते थे,</div><div>और अब ये ज़मान
जिंदगी एक प्लेटफॉर्म की तरह होती है,<div>जंहा ट्रेन सुख और दुख की तरह </div><div>गुज़रते