shabd-logo

common.aboutWriter

no-certificate
common.noAwardFound

common.books_of

Employee of the year

Employee of the year

जिंदगी में कब कहां कैसा मोड़ आ जाये ये कोई नहीं कह सकता है. ये कहानी दो ऐसे लोगों की है जिनके कोई बड़े सपने नहीं थे पर अपनी जिंदगी अपने हिसाब से जीना चाहते थे. अपनी जिंदगी में मशगूल और लोगों से दूर रहने वाला अनुज आज अपनी बेटी को अपने हाथो मे लेकर दुन

निःशुल्क

Employee of the year

Employee of the year

जिंदगी में कब कहां कैसा मोड़ आ जाये ये कोई नहीं कह सकता है. ये कहानी दो ऐसे लोगों की है जिनके कोई बड़े सपने नहीं थे पर अपनी जिंदगी अपने हिसाब से जीना चाहते थे. अपनी जिंदगी में मशगूल और लोगों से दूर रहने वाला अनुज आज अपनी बेटी को अपने हाथो मे लेकर दुन

निःशुल्क

common.kelekh

जिंदगी..

28 दिसम्बर 2021
1
1

जिंदगी एक प्लेटफॉर्म की तरह होती है,<div>जंहा ट्रेन सुख और दुख की तरह </div><div>गुज़रते

हाए रे महंगाई... 🤦‍♀️

22 दिसम्बर 2021
1
0

<div>एक दौर हुआ करता था जब लोग फोन पर बात करने के लिए रिचार्ज किया करते थे,</div><div>और अब ये ज़मान

सुकून... 😊

21 दिसम्बर 2021
1
2

<div>जो चीज हमे दूर से जितना बेचैन करती है,</div><div>उसके पास जाने पर वो हमे उतना ही सुकून देती है.

Employee of the year

12 दिसम्बर 2021
1
2

<div>अनुज ने कविता का हाथ पकडा और मंच की ओर चल प़डा, वहां पहुचते ही उसने माइक उठाया और बोलने लगा.&nb

Employee of the year

12 दिसम्बर 2021
1
4

<div>चौथे और तीसरे नंबर के विजेताओं के बाद, </div><div>एंकर प्रीता ने आगे कहना शुरू किया जो आज

Employee of the year

12 दिसम्बर 2021
1
1

<div>शाम की पार्टी के लिए और विजेता का नाम सुनने के लिए सब बहुत उत्सुक थे.</div><div> &n

Employee of the year

12 दिसम्बर 2021
1
1

<div>तीनों चरण के बाद कुछ गिने चुने लोग ही चौथे चरण के लिए आ पहुचे थे, और यहां अनुज कविता के दिल में

Employee of the year

11 दिसम्बर 2021
1
1

<div><div><div>चौथे और पांचवे चरण के लिए सवालों को बरसात होने वाली थी, पर किन सवालों की ये किसी को न

Employee of the year

7 दिसम्बर 2021
1
1

<div>अनुज को EOTY की जरूरत नहीं थी, क्यू की उसने पाँच वर्षों में बहुत अच्छी Position हासिल कर

Employee of the year

5 दिसम्बर 2021
1
1

सुबह अनुज जगा तो वह काफी अच्छा और हल्का महसूस कर रहा था, उसे याद आया के कविता ने उसे कहा था के वो यह

किताब पढ़िए