जिंदगी में कब कहां कैसा मोड़ आ जाये ये कोई नहीं कह सकता है. ये कहानी दो ऐसे लोगों की है जिनके कोई बड़े सपने नहीं थे पर अपनी जिंदगी अपने हिसाब से जीना चाहते थे. अपनी जिंदगी में मशगूल और लोगों से दूर रहने वाला अनुज आज अपनी बेटी को अपने हाथो मे लेकर दुनिया की सबसे बड़ी खुशी महसूस कर रहा था..