होनी तो होकर रहती है।
अनहोनी तो होती नाय
बात पते की तुम्हें बताऊं।
खाटू श्याम बाबा का ध्यान लगाऊं।
वो ही तो है। सबके परमपिता
जिन के चरणों में शीश झुकाऊं।
शीश के दानी अमर बलिदानी
सबका ही कल्याण करेंगे।
खाटू श्याम बाबा तेरी झोली आज भरेंगे।
बस पूजा अर्चना उनकी तू करता जा
दिल से मन में उनका ध्यान तू करता जा
बिगड़ी तेरी बन जाएगी।
रूठी किस्मत बन जाएगी।
तकदीर तेरी फिर से संवर जाएगी।
होनी तेरी अनहोनी हो जाएगी ।
खाटू धाम जाते ही किस्मत
तेरी फिर से संवर जाएगी।
खाटू नरेश है। बड़े भोले भाले
बिन मांगे तुझे सब मिल जाएगा।
खाटू धाम जो तू जाएगा।
मन की मुरादे पूरी करके आएगा।
एक बार सारे प्रेमी जन प्रेम से बोलो
ओम श्री श्याम देवाय नमः
ओम वासुदेवाय नमः
ओम श्री श्याम देवाय नमः
लेखक अजय कुमार