परिंदे
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यदि पुरुष स्त्री को अपनी बाहों में लेना चाहता हैं, तो उसका तात्पर्य केवल वासना मात्र ही नहीं हो सकता हैं... कई दफा इसका अर्थ होता हैं, वह स्त्री की आत्मा को स्पर्श करना चाहता हैं... उस स्त
. जब महाभारत का युद्ध प्रारम्भ हो रहा था, इधर से पांड़वो की सेना तैयार थी उधर से कौरवों की स
हर फुल न्यारा होता हैगुलाब फूलों का राजा होता हैहर रंग में खिलते हैं गुलाब...पर सुर्ख गुलाब सबसे प्यारा होता है।फूलों से बगिया में बहारें हैंनैनाभिराम दिखते नज़ारे हैंफूल तो शोभते हैं सारे...पर सुर्ख
बडी उम्र की कुँवारी लड़कियाँ घर बैठी हैं अगर अभी भी माँ-बाप नहीं जागे तो स्थितियाँ और विस्फोटक हो सकती हैं। हमारा समाज आज बच्चों के विवाह को लेकर इतना सजग हो गया है कि आपस में रिश्ते ही नहीं ह
गाँव की शादियांपहले गाँव मे न टेंट हाऊस थे और न कैटरिंग।थी तो केवल सामाजिकता व व्यवहारिकता।गांव में जब कोई शादी होती तो घर के अडोस-पडोस से चारपाई आ जाती थी,हर घर से थरिया, लोटा, कलछुल, कढ़ाही इकट्ठा ह
एक इंटरव्यू में नाइजीरियाई अरबपति फेमी ओटेडोला से इंटरव्यू लेने बाले ने पूछा, "सर आपको ऐसी कोई घटना याद है कि जिसने आपको जीवन में सबसे ज्यादा खुश आदमी बना दिया?" फेमी ने कहा: "मैं जीवन में ख
कौआएक समय की बात है, पढ़ाई के लिए बाहर दूसरे शहर में किराये का एक नया कमरा लिया है, उस के एक तरफ बालकनी लगी हुई थी। मुझे यहाँ पर सब कुछ बहुत पसंद है बस नहीं पसंद है, तो एक कौवे की आवाज ! जो अक्सर कमरे
तोता और कौआ की कहानीएक समय की बात है। एक छोटे से गाँव में दो भाई रहते थे। जहाँ एक भाई दयालु और शांत स्वभाव का था वहीं दूसरा भाई झगङालु और ईर्ष्यालु स्वभाव का था। एक भाई ने एक तोता (कीर) पाल रखा था तो
पिंजरे का पंछी - सेठ जी और तोता की प्रेरणा दायक कहानीएक सेठ जी और सेठानी जी हमेशा भजन - कीर्तन में जाते थे । सेठ जी के घर एक पिंजरे में तोता पाल रखा हुआ था । तोता एक दिन पूछता हैं कि, सेठजी आप ह
भाव का भूखा एक अमीर आदमी बहुत ही संकट में था । उसे लाखों - करोड़ों का नुकसान जो हुआ था, और सारी जीवन की कमाई डूबने के करीब थी ! जीवन की नाव डगमगा रही थी । वह कभी मंदिर नहीं गया था, वह कभी पूजा पाठ
कहानी : - नटखट मोरनी एक घने से जंगल में बहुत नटखट मोरनी रहती थी । वह सभी को बहुत परेशान करती थी । वह किसी के पकड़ में नहीं आती थी ।एक दिन जंगल के कुछ जानवरों ने मिलकर एक योजना बनायी कि हमें जैसे
बगुला और सांप की कहानी - अनीश और अमितएक बार एक सुंदर व सुशील लड़का था, जिसका नाम अनीश था । वह बहुत ही नेक और ईमानदार और दयालु था । वह सदा पढ़ाई में आगे रहता था । वह सभी गुरुजनों, अपने माता - पिता और ब
घर आँगन में फुदकती चूं - चूं करती चिरैया,कोई बता दे कहाँ गई वो प्यारी गौरैया...-दिनेश कुमार कीर