shabd-logo

       "चिड़िया के बच्चे"

5 अप्रैल 2023

22 बार देखा गया 22
.                  

            जब महाभारत का युद्ध प्रारम्भ हो रहा था, इधर से पांड़वो की सेना तैयार थी उधर से कौरवों की सेना तैयार थी। दोनों सेनाएं आपस में टकराने के लिए बिल्कुल तैयार थी तो उस समय युद्ध क्षेत्र बीच में एक चिड़िया के अंडे पड़े हुए थे। उस चिड़िया ने अभी-अभी वो अंडे दिए थे और उसकी आँखों में आँसू थे, वो रो रही थी कि दोनों तरफ से सेनाएं आपस मे टकराएंगी और मेरे ये बच्चे तो संसार में आने से पहले ही खत्म हो जाएंगे। उस चिडिया ने इस दु:ख की घडी मे भगवान से विनती की "हे प्रभु ! जिसकी कोई नहीं सुनता उसकी तो आप सुनते हो।" 
         उस छोटी सी चिड़िया ने भगवान से प्रार्थना की प्रभु अब तो आप ही कुछ कर सकते है और उसी समय युद्ध प्रारम्भ हुआ। दोनों सेनाएं परस्पर टकराई, महा भयंकर युद्ध हुआ। बडे-बडे महारथी युद्ध मे मारे गये। चारों तरफ सैनिकों के लाशों के ढ़ेर थे। महाभारत युद्ध के उपरांत अर्जुन के रथ को लेकर श्रीकृष्ण कुरुक्षेत्र की भूमि से निकलकर जा रहे है, पांडव युद्ध जीत चुके है।
           भगवान अर्जुन के रथ को लेकर जा रहे है तो नीचे भूमि पर एक रथ का घंटा पड़ा हुआ है। भगवान के हाथ में घोड़ो को हांकने वाला चाबुक है। भगवान ने उस पड़े हुए घंटे पे‌ जोर से चाबुक को मारा तो वो घंटा पलट गया और जैसे ही वो घंटा पलटा तो उसके अंदर से चिड़िया के नन्हे बच्चे फुदकते हुए बाहर निकले और उड़कर वहाँ से चले गए। ये देखकर अर्जुन को बड़ा आश्चर्य हुआ और अर्जुन भगवान से बोले "केशव !
ये मैं क्या देख रहा हूँ ?
इतना भीषण युद्ध जो ना पहले कभी हुआ और ना आगे शायद होगा। ऐसा ये भीषण महाभारत युद्ध जिसमे भीष्म पितामह, कर्ण और गुरु द्रौण, जैसे योद्धा नहीं बचे। जिस युद्ध में दुर्योधन जैसे बलशाली नहीं बचे। ऐसे भीषण संग्राम में इन चिड़िया के बच्चों की रक्षा किसने की ?"
          भगवान मुस्कुराने लगे और बोले "अर्जुन !
 अभी भी नहीं समझा ?
अरे पगले जिसने तुझे बचाया है, उसने ही तो इनको बचाया है।
                       
1

हृदय से प्रेम

1 नवम्बर 2022
3
0
0

यदि पुरुष स्त्री को अपनी बाहों में लेना चाहता हैं,  तो उसका तात्पर्य केवल वासना मात्र ही नहीं हो सकता हैं...  कई दफा इसका अर्थ होता हैं,  वह स्त्री की आत्मा को स्पर्श करना चाहता हैं...  उस स्त

2

       "चिड़िया के बच्चे"

5 अप्रैल 2023
4
0
0

. जब महाभारत का युद्ध प्रारम्भ हो रहा था, इधर से पांड़वो की सेना तैयार थी उधर से कौरवों की स

3

सुर्ख गुलाब

7 मई 2023
3
0
0

हर फुल न्यारा होता हैगुलाब फूलों का राजा होता हैहर रंग में खिलते हैं गुलाब...पर सुर्ख गुलाब सबसे प्यारा होता है।फूलों से बगिया में बहारें हैंनैनाभिराम दिखते नज़ारे हैंफूल तो शोभते हैं सारे...पर सुर्ख

4

एक ऐसा समझौता (बड़ी उम्र की लड़कियां)

7 मई 2023
2
0
0

बडी उम्र की कुँवारी लड़कियाँ घर बैठी हैं अगर अभी भी माँ-बाप नहीं जागे तो स्थितियाँ और विस्फोटक हो सकती हैं। हमारा समाज आज बच्चों के विवाह को लेकर इतना सजग हो गया है कि आपस में रिश्ते ही नहीं ह

5

गाँव की शादियां

9 मई 2023
3
0
0

गाँव की शादियांपहले गाँव मे न टेंट हाऊस थे और न कैटरिंग।थी तो केवल सामाजिकता व व्यवहारिकता।गांव में जब कोई शादी होती तो घर के अडोस-पडोस से चारपाई आ जाती थी,हर घर से थरिया, लोटा, कलछुल, कढ़ाही इकट्ठा ह

6

जीवन में सच्ची खुशी

13 मई 2023
2
0
0

एक इंटरव्यू में नाइजीरियाई अरबपति फेमी ओटेडोला से इंटरव्यू लेने बाले ने पूछा, "सर आपको ऐसी कोई घटना याद है कि जिसने आपको जीवन में सबसे ज्यादा खुश आदमी बना दिया?" फेमी ने कहा: "मैं जीवन में ख

7

बालकनी में कौआ

16 जनवरी 2024
0
0
0

कौआएक समय की बात है, पढ़ाई के लिए बाहर दूसरे शहर में किराये का एक नया कमरा लिया है, उस के एक तरफ बालकनी लगी हुई थी। मुझे यहाँ पर सब कुछ बहुत पसंद है बस नहीं पसंद है, तो एक कौवे की आवाज ! जो अक्सर कमरे

8

तोता और कौआ

19 जनवरी 2024
0
0
0

तोता और कौआ की कहानीएक समय की बात है। एक छोटे से गाँव में दो भाई रहते थे। जहाँ एक भाई दयालु और शांत स्वभाव का था वहीं दूसरा भाई झगङालु और ईर्ष्यालु स्वभाव का था। एक भाई ने एक तोता (कीर) पाल रखा था तो

9

पिंजरे का पंछी

25 जनवरी 2024
0
0
0

पिंजरे का पंछी - सेठ जी और तोता की प्रेरणा दायक कहानीएक सेठ जी और सेठानी जी हमेशा भजन - कीर्तन में जाते थे । सेठ जी के घर एक पिंजरे में तोता पाल रखा हुआ था । तोता एक दिन पूछता हैं कि, सेठजी आप ह

10

भाव का भूखा

27 जनवरी 2024
0
0
0

भाव का भूखा एक अमीर आदमी बहुत ही संकट में था । उसे लाखों - करोड़ों का नुकसान जो हुआ था, और सारी जीवन की कमाई डूबने के करीब थी ! जीवन की नाव डगमगा रही थी । वह कभी मंदिर नहीं गया था, वह कभी पूजा पाठ

11

मोरनी (जैसे को तैसा)

3 फरवरी 2024
0
0
0

कहानी : - नटखट मोरनी एक घने से जंगल में बहुत नटखट मोरनी रहती थी । वह सभी को बहुत परेशान करती थी । वह किसी के पकड़ में नहीं आती थी ।एक दिन जंगल के कुछ जानवरों ने मिलकर एक योजना बनायी कि हमें जैसे

12

बगुला और सांप

17 फरवरी 2024
0
0
0

बगुला और सांप की कहानी - अनीश और अमितएक बार एक सुंदर व सुशील लड़का था, जिसका नाम अनीश था । वह बहुत ही नेक और ईमानदार और दयालु था । वह सदा पढ़ाई में आगे रहता था । वह सभी गुरुजनों, अपने माता - पिता और ब

13

13 गौरेया

20 मार्च 2024
0
0
0

घर आँगन में फुदकती चूं - चूं करती चिरैया,कोई बता दे कहाँ गई वो प्यारी गौरैया...-दिनेश कुमार कीर

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए