shabd-logo

पिंजरे का पंछी

25 जनवरी 2024

2 बार देखा गया 2
पिंजरे का पंछी  - सेठ जी और तोता की प्रेरणा दायक कहानी

एक सेठ जी और सेठानी जी हमेशा भजन - कीर्तन में जाते थे । सेठ जी के घर एक पिंजरे में तोता पाल रखा हुआ था । तोता एक दिन पूछता हैं कि, सेठजी आप हमेशा कहाँ पर जाते रहते हैं ? सेठजी बोले कि, भजन - कीर्तन में ज्ञान ग्रहण करने वाले भगवान की भगती के लिए जाते है । तोता कहता है, सेठ जी साधुओं - संतों - महात्माओं से एक प्रश्न पूछना कि मैं आजाद कब होऊंगा ।
          सेठ जी भजन - कीर्तन ( सत्संग ) समाप्त होने के पश्चात संत से पूछते हैं, कि 'महाराज हमारे घर पर एक तोता पाल रखा है उसने प्रश्न पूछा है कि वो आजाद कब होगा... ?'
          संत जी ऐसा सुनते ही बेहोश होकर गिर जाते है । सेठ जी, संत जी की हालत देख कर चुप - चाप वहाँ से निकल जाते है । घर आते ही तोता सेठ जी से प्रश्न करता है कि, सेठ जी संत ने क्या कहा । सेठ जी, तोता से कहते है कि, हे तोते, तुम्हारी किस्मत ही खराब है, जैसे - ही तुम्हारी आजादी का प्रश्न पूछते ही संत जी बेहोश हो गए । तोता कहता है कोई बात नही  है सेठ जी मै सब समझ गया ।
          दूसरे दिन सेठ जी सत्संग में जाने लगते है, तब तोता पिंजरे में जानबूझ कर बेहोश होकर गिर जाता है । सेठ जी उसे मरा हुआ मानकर जैसे ही उसे पिंजरे से बाहर निकालते है, तो वह तोता फुर्र - से आकाश में उड़ जाता है । 
          सत्संग जाते ही संत सेठजी से पूछते है कि, कल आप उस तोते के बारे में पूछ रहे थे ना, अब वो कहाँ हैं । सेठ जी कहते हैं, 'हाँ महाराज आज सुबह - सुबह वह जान - बूझ कर बेहोश हो गया, मैंने देखा कि वो मर गया है । इसलिये मैंने उसे जैसे ही बाहर निकाला तो वह फुर्र - से आकाश में उड़ गया ।'
          संत जी ने सेठ जी से कहा की देखो तुम इतने समय से भजन कीर्तन ( सत्संग ) सुन कर भी आज तक संसारिक मोह - माया के पिंजरे में फंसे हुए हो और उस तोते को देखो बिना सत्संग में आये मेरा एक इशारा समझ कर आजाद हो गया ।
          इस कहानी से तात्पर्य ये है कि हम सत्संग में तो जाते हैं ज्ञान की बातें करते हैं या सुनते भी हैं, पर हमारा मन हमेशा संसारिक बातों में ही उलझा रहता है । सत्संग में भी हम सिर्फ उन बातों को पसंद करते हैं जिसमें हमारा स्वार्थ सिद्ध होता है । जबकि सत्संग जाकर हमें सत्य को स्वीकार कर सभी बातों को महत्व देना चाहिये और जिस असत्य, झूठ और अहंकार को हम धारण किये हुए हैं उसे साहस के साथ मन से उतार कर सत्य को स्वीकार करना चाहिए ।


                      

1

हृदय से प्रेम

1 नवम्बर 2022
2
0
0

यदि पुरुष स्त्री को अपनी बाहों में लेना चाहता हैं,  तो उसका तात्पर्य केवल वासना मात्र ही नहीं हो सकता हैं...  कई दफा इसका अर्थ होता हैं,  वह स्त्री की आत्मा को स्पर्श करना चाहता हैं...  उस स्त

2

       "चिड़िया के बच्चे"

5 अप्रैल 2023
3
0
0

. जब महाभारत का युद्ध प्रारम्भ हो रहा था, इधर से पांड़वो की सेना तैयार थी उधर से कौरवों की स

3

सुर्ख गुलाब

7 मई 2023
2
0
0

हर फुल न्यारा होता हैगुलाब फूलों का राजा होता हैहर रंग में खिलते हैं गुलाब...पर सुर्ख गुलाब सबसे प्यारा होता है।फूलों से बगिया में बहारें हैंनैनाभिराम दिखते नज़ारे हैंफूल तो शोभते हैं सारे...पर सुर्ख

4

एक ऐसा समझौता (बड़ी उम्र की लड़कियां)

7 मई 2023
2
0
0

बडी उम्र की कुँवारी लड़कियाँ घर बैठी हैं अगर अभी भी माँ-बाप नहीं जागे तो स्थितियाँ और विस्फोटक हो सकती हैं। हमारा समाज आज बच्चों के विवाह को लेकर इतना सजग हो गया है कि आपस में रिश्ते ही नहीं ह

5

गाँव की शादियां

9 मई 2023
3
0
0

गाँव की शादियांपहले गाँव मे न टेंट हाऊस थे और न कैटरिंग।थी तो केवल सामाजिकता व व्यवहारिकता।गांव में जब कोई शादी होती तो घर के अडोस-पडोस से चारपाई आ जाती थी,हर घर से थरिया, लोटा, कलछुल, कढ़ाही इकट्ठा ह

6

जीवन में सच्ची खुशी

13 मई 2023
2
0
0

एक इंटरव्यू में नाइजीरियाई अरबपति फेमी ओटेडोला से इंटरव्यू लेने बाले ने पूछा, "सर आपको ऐसी कोई घटना याद है कि जिसने आपको जीवन में सबसे ज्यादा खुश आदमी बना दिया?" फेमी ने कहा: "मैं जीवन में ख

7

बालकनी में कौआ

16 जनवरी 2024
0
0
0

कौआएक समय की बात है, पढ़ाई के लिए बाहर दूसरे शहर में किराये का एक नया कमरा लिया है, उस के एक तरफ बालकनी लगी हुई थी। मुझे यहाँ पर सब कुछ बहुत पसंद है बस नहीं पसंद है, तो एक कौवे की आवाज ! जो अक्सर कमरे

8

तोता और कौआ

19 जनवरी 2024
0
0
0

तोता और कौआ की कहानीएक समय की बात है। एक छोटे से गाँव में दो भाई रहते थे। जहाँ एक भाई दयालु और शांत स्वभाव का था वहीं दूसरा भाई झगङालु और ईर्ष्यालु स्वभाव का था। एक भाई ने एक तोता (कीर) पाल रखा था तो

9

पिंजरे का पंछी

25 जनवरी 2024
0
0
0

पिंजरे का पंछी - सेठ जी और तोता की प्रेरणा दायक कहानीएक सेठ जी और सेठानी जी हमेशा भजन - कीर्तन में जाते थे । सेठ जी के घर एक पिंजरे में तोता पाल रखा हुआ था । तोता एक दिन पूछता हैं कि, सेठजी आप ह

10

भाव का भूखा

27 जनवरी 2024
0
0
0

भाव का भूखा एक अमीर आदमी बहुत ही संकट में था । उसे लाखों - करोड़ों का नुकसान जो हुआ था, और सारी जीवन की कमाई डूबने के करीब थी ! जीवन की नाव डगमगा रही थी । वह कभी मंदिर नहीं गया था, वह कभी पूजा पाठ

11

मोरनी (जैसे को तैसा)

3 फरवरी 2024
0
0
0

कहानी : - नटखट मोरनी एक घने से जंगल में बहुत नटखट मोरनी रहती थी । वह सभी को बहुत परेशान करती थी । वह किसी के पकड़ में नहीं आती थी ।एक दिन जंगल के कुछ जानवरों ने मिलकर एक योजना बनायी कि हमें जैसे

12

बगुला और सांप

17 फरवरी 2024
0
0
0

बगुला और सांप की कहानी - अनीश और अमितएक बार एक सुंदर व सुशील लड़का था, जिसका नाम अनीश था । वह बहुत ही नेक और ईमानदार और दयालु था । वह सदा पढ़ाई में आगे रहता था । वह सभी गुरुजनों, अपने माता - पिता और ब

13

13 गौरेया

20 मार्च 2024
0
0
0

घर आँगन में फुदकती चूं - चूं करती चिरैया,कोई बता दे कहाँ गई वो प्यारी गौरैया...-दिनेश कुमार कीर

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए