भगवान् हमको बोला कि हमरा भी एक लेख निकालो, लेख ए कि अपन दुनिया बनाया. दूनिया में सुख-दुःख, पवित्र-अपवित्र भला-बुरा सब तरा का आदमी भी बनाया. ए सब हमरा खेल,और कोई फालतू नईं,सब जरुरी खेल. अब जो आदमी दुःख का रोना रोये दुनिया की कोई बात या आदमी को नफरत या शिकायत करे ओ मूरख, ओ संसार का अभिप्राय नईं जानता,हमरा भगत नईं. जो आदमी हर बात और हर आदमी के भीतर निहित अच्छाई को देखता होवे ओ उंगली हिलाये उठाये और इस पर अपनी टिप्पणी दे या लाइक करे .
भगवान् उसको बड़ा बुद्धि और बड़ा काम करने को देगा.