यादें
अपने बाबा का लाडला मैं बचपन से ही रहा | जब वह मुझे स्कूल छोड़ने जाते थे , उनका कोई शिक्षाप्रद कहानी सुनाना मुझे बहुत अच्छा लगता था | फिर छुट्टी में स्कूल के बाहर पहले से ही इंतजार में खड़े बाबा मन में समा जाते थे | शाम को घुमाने ले जाना, गर्मियों में आइसक्रीम दिलाना, कितना सुखद बचपन था मेरा बाबा