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प्रीति शर्मा"पूर्णिमा" के बारे में

हिन्दी प्राध्यापिका करनाल, हरियाणा लिखने पढने का शौक जो अब हाबी बन गया है। लेखन की गद्य पद्य विधाओं में लेखन। विभिन्न मंचों पर लेखन और पुरस्कृत।

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प्रीति शर्मा"पूर्णिमा" की पुस्तकें

"ससुराल रूपी पिंजरा "

"ससुराल रूपी पिंजरा "

मेरी यह पुस्तक नारी जीवन के कुछ पहलुओं पर प्रकाश डालती है। पुस्तक में दो कहानियां हैं। "ससुराल रूपी पिंजरा "जिसमें शादी के बाद आनेवाली बहुत सी समस्याओं में से एक कहानी का विषय है। लड़कियों के जीवन में विवाह के बाद आये बदलाव और सामंजस्य बिठाने को लेक

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"ससुराल रूपी पिंजरा "

"ससुराल रूपी पिंजरा "

मेरी यह पुस्तक नारी जीवन के कुछ पहलुओं पर प्रकाश डालती है। पुस्तक में दो कहानियां हैं। "ससुराल रूपी पिंजरा "जिसमें शादी के बाद आनेवाली बहुत सी समस्याओं में से एक कहानी का विषय है। लड़कियों के जीवन में विवाह के बाद आये बदलाव और सामंजस्य बिठाने को लेक

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Priti Sharma की डायरी

Priti Sharma की डायरी

नमस्कार 🙏🙏 डायरी लेखन में आज मैं तीन बार यहां आकर लिख चुकीं हूँ लेकिन पता नहीं प्रकाशन प्रक्रिया में क्या तकनीकी समस्या हुई या कोई त्रुटि रही कि प्रकाशन नहीं दिखा और अब एक बार फ़िर लिख रही हूँ। ये मेरा शब्द इन पर"जुलाई 2022 की डायरी लेखन" का प्रथम दि

14 पाठक
14 रचनाएँ

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Priti Sharma की डायरी

Priti Sharma की डायरी

नमस्कार 🙏🙏 डायरी लेखन में आज मैं तीन बार यहां आकर लिख चुकीं हूँ लेकिन पता नहीं प्रकाशन प्रक्रिया में क्या तकनीकी समस्या हुई या कोई त्रुटि रही कि प्रकाशन नहीं दिखा और अब एक बार फ़िर लिख रही हूँ। ये मेरा शब्द इन पर"जुलाई 2022 की डायरी लेखन" का प्रथम दि

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"कुछ कहना है"

"कुछ कहना है"

मन की बातें जो मन में यकायक आ जातीं और विचारों के प्रवाह में शब्द ढल जाते हैं। कविता रूप में और कोई मुद्दा समस्या, भाव एक रूप लेकर साक्षात हो जाते हैं।

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"कुछ कहना है"

"कुछ कहना है"

मन की बातें जो मन में यकायक आ जातीं और विचारों के प्रवाह में शब्द ढल जाते हैं। कविता रूप में और कोई मुद्दा समस्या, भाव एक रूप लेकर साक्षात हो जाते हैं।

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प्रीति शर्मा"पूर्णिमा" के लेख

"प्रार्थना कबूल"

27 जुलाई 2022
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कभी-कभी हम कुछ प्रार्थना करते हैं और फिर कबूल हो जाती है तो दिली खुशी मिलती है। मैं कल शिवरात्रि पर मंदिर नहीं जा पाई।मन ही मन सोचा,काश! मैं भी जल चढ़ा पात

"कर्म या धर्म जरूरी??

3 जुलाई 2022
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प्रिय सखि, कल कहीं मैंने ये शीर्षक पढा "कर्म या धर्म जरूरी" और मुझे लगा कि ये शीर्षक ही अपने आप में भ्रम पैदा करनेवाला है। हम इन दोनों बातों को अलग करके नहीं देख सकते। सच पूछा

"कल का दिन और मैं"

2 जुलाई 2022
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शनिवार। 02/07/2022 प्रिय सखि, कल समर अवकाश के बाद स्कूल खुले कुछ अच्छा भी लगा और कुछ सुबह जल्दी उठने के सोच में रात नींद खुलती रही और आखिर

जगन्नाथ रथयात्रा की बधाई 💐💐

1 जुलाई 2022
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शुक्रवार। 12:00दोपहर। प्रिय डायरी, जगन्नाथ रथयात्रा की शुभकामनाएं 🌺🌺🌺 जुलाई माह की शुरुआत की शुभकामनाएं💐💐 ये महीना सभी के लिये शुभ रहे, यही हार्दिक कामना है। आज इस महीने की शुरूआत पवित्र जगन्न

महीनों बाद पुनः आगमन🙏🙏💐

16 जून 2022
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आज छह सात महीनों बाद मंच पर आई और कारण दो हैं। एक तो व्यस्तता क्योंकि और भी कई मंचों पर लिखती हूं। दूसरा जब भी आई बाई चांस प्रोफाइल खुलने में दिक्कत आई और फिर झुंझलाकर वापसी कर ली। आज एक मेल शब्द इन क

"शतशत नमन" 🙏🙏🙏

23 जनवरी 2022
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स्वतन्त्रता के सबसे बड़े सिपाही,भारत मां के सच्चे सपूत।युवाओं के प्रेरणास्त्रोत,अंग्रेजों को किया नेस्तनाबूत।।नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को 🇮🇳उनके जन्मदिवस पर शत-शत नमन🙏🙏आजाद हिंद फौज की स्थापना कर द

"मेरी डायरी "

4 जनवरी 2022
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प्यारी निराली डायरी मेरी सखी सहेली हो। जीवन संगिनी भी तुम अनूठी अलबेली हो।। भाव-विचार घर-संसार कैसे दिन अपने काटूँ.? हर बात कहूँ मैं तुमसे दुःख सुख सदा ही बांटू! चाहे हो हिसाब किताब लेन-देन कामकाज का। या फिर जीवन के सफर की तय हुई राहों का। कुछ कही कुछ अनकही जो सब बस तुम्हें बताती हूँ। अपनों से भी रखूं छिपा वो भी बात बताती हूँ।। प्रीति शर्मा "पूर्णिमा"04/01/2022

पल/क्षण

2 जनवरी 2022
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<div><span style="font-size: 16px;">जी लो</span></div><div><span style="font-size: 16px;">हर पल को </span></div><div><span style="font-size: 16px;">जी भरके</span></div><div><span style="font-size

"श्रद्धांजलि "

11 दिसम्बर 2021
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<div>"श्रद्धांजलि"</div><div><span style="font-size: 16px;"><br></span></div><div><span style="font-

"लक्ष्मी"भाग-13

30 नवम्बर 2021
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<div align="left"><p dir="ltr"><b> अभी </b><b>तक</b><b> </b><b>आपने</b><b> </b><b

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