5 दिसम्बर 2021
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प्रेम है तो श्रृंगार है विरह है वेदना है पर जो भी है सब दिल के करीब है ...💞 मैं और मेरा प्रेमी ही मेरी कलम है, यूँ तो बहुत बड़ी कवियित्री नही हूं, पर प्रेम को अपने काव्य में रखने का शौक पूरा करती हूं। प्रसिद्ध किताबें :- काव्या की काव्यांजली, नारी जीवन दर्पण, काव्यांशी जीवन के रंग, लफ्ज़ों की लहरें, प्रेम डगर, हाल ए दिल......... आशा है रचनाओं में आप जीवन और प्रेम की वास्तविकता को महसूस करेंगे 🙏 काव्या सोनीD
बहुत सुंदर कहा आपने । ओशो भी यही बात कहते हैं । एक इंसान की पूरी जीवन यात्रा बस प्रेम की ही खोज है । बस वो कम हो जाये तो प्रेम चाहता है ,मांगता है और अधिक हो जाये तो देना चाहता है । बहुत सुंदर अभिव्यक्ति काव्या जी 👌💐💐
21 सितम्बर 2022
बा-कमाल लेखनी आपा जान ☺️😊👌
5 दिसम्बर 2021
सही कहा बहन
5 दिसम्बर 2021
बेहतरीन 👌👌
5 दिसम्बर 2021