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हर रिश्ते में रंग नए पुरुष सजाता है

22 सितम्बर 2022

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ऋतेश आर्यन

ऋतेश आर्यन

बहुत ही शानदार छंदबद्ध सृजन । वाक़ई इस बार महफ़िल लूट लिया आपने । आपके सुंदर नाम को चरितार्थ करती आपकी एक सुंदरतम रचना काव्या 😊💐💐💐💐

22 सितम्बर 2022

काव्या सोनी

काव्या सोनी

22 सितम्बर 2022

बहुत बहुत शुक्रिया आपका आभार जो वक्त आप मेरी रचनाओं को देते है thanks alot🙏🙏🙏😊😊💐💐🥰

ऋतेश आर्यन

ऋतेश आर्यन

22 सितम्बर 2022

That's vice versa .😊💐 अक्सर रचना में रचनाकार स्वयं मुखातिब हो रहा होता है । और हम उसको पढ़ते हुए उससे कॉम्युनिकेट कर रहे होते हैं 🙏💐😊

काव्या सोनी

काव्या सोनी

22 सितम्बर 2022

Actually auraton ke liye itna likha gya hai ki is purush jivan ke is pahlu ko aksar nazarandaz kiya jata hai galt wo nahi to jhuthlaya ise bhi nahi ja skta😊

ऋतेश आर्यन

ऋतेश आर्यन

22 सितम्बर 2022

सबसे बड़ी बात नज़रिया बिल्कुल कठोर हो चुका है, स्त्री मजबूत नही हो सकती तो पुरुष की सौम्यता नही देखना चाहते लोग । जबकि दोनों में दोनों गुण हो सकते हैं और ऐसे ही उदाहरण समाज के सबसे प्रेरणदायक उदाहरण हैं । भगवान शिव भी स्वयं को अर्धनारीश्वर कहते आये हैं । आंसू , दुख, करुणा ,विलाप ये सब हमारी आत्मा और अंतर्मन को स्वच्छ कर जाता है , हम थोड़े से और मानव बन जाते हैं, बस इतना सा~🥰

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रचनाएँ
कुछ लड़कों के जज़्बात, कुछ लड़कों के लिए बात
5.0
पुरुष का जीवन कुछ बाते जाने क्या कहता उसका मन कुछ उनके लिए बात समझे वो भी दूसरों के जज़्बात
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लडको के लो ये वादा खरा

21 अक्टूबर 2021
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<div align="left"><p dir="ltr">लडको के लो ये वादा खरा</p> <p dir="ltr">सुन लो ये बात लड़को तुम जरा<b

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लड़के अच्छे लगते है जब

31 अक्टूबर 2021
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लड़के अच्छे लगते है<div><br></div><div>कुछ लड़के अच्छे लगते है जब मां से बतियाते है मां के अकेलेपन क

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दर्द मर्द को भी होता है

19 नवम्बर 2021
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3

<p>दर्द तुमको भी कम नहीं,<br> <br> चाहे कितना भी कह लो ,<br> <br> तुम हमे कोई ग़म नहीं,<br> <br> मजब

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कहते है लड़के रोते नहीं

24 नवम्बर 2021
7
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3

<p>कहते है लड़के रोते नहीं</p> <p>वो कमज़ोर होते नहीं</p> <p><br></p> <p>ऐसा क्यों होता है</p> <p>क्

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हर बार पुरुष ही गलत

3 दिसम्बर 2021
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पुरुष बुरे, फरेबी, कठोर होते गैर जिम्मेदार क्यों ये खिताब पुरुष को मिलते है हर बार हर बार पुरुष ही गलत ये तो जरूरी नहीं पुरुष के जीवन में भी होती मजबूरी कई पुरुष भी होते सच्चे साथी करते वो भी परवाह म

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पुरुष नहीं होता कठोर

5 दिसम्बर 2021
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पुरुष नहीं होता कठोर पुरुष को मिलता नहीं जब प्रेम का सच्चा ठौर मन से सख्त वो बन जाता है प्रेम की जगह जब सिर्फ दायित्व अपने हिस्से पाता है पुरुष को सच्चा प्रेम करने वाली स्त्री जान पा

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कुछ लड़के ऐसे भी होते है

7 दिसम्बर 2021
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<p dir="ltr">कुछ लड़के ऐसे भी होते है<br> जो ना होते सिर्फ सूरत के दीवाने<br> वो सीरत पर मरने वाले<b

8

पुरुष का प्यार

28 दिसम्बर 2021
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1

<p>कुछ पुरुष का प्यार<br> नहीं फिसलता औरत की देह पर<br> कई पुरुष उलझ जाते है<br> औरत के घनी जुल्फो क

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पुरुष की कहानी

19 सितम्बर 2022
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सुनो ये पुरुष की कहानीकब कहते है अहसास अपनेकोई पुरुष अपनी जुबानीगम सारे खामोशी से सहते हैनर्म दिल रखते हुए भीकठोरता का मुखौटापहने रहते हैआंखो दिखी नही इनके नमीइसका मतलब ये नहीदिल में जज्बातों की है&nb

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पुरुष मन

21 सितम्बर 2022
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पुरुषों के लिए कम सजाए गए है किस्सेप्रेम , सौंदर्य, साहित्य सब आयाऔरत के हिस्सेइसलिए पुरुष को काव्य में कम रचापुरुष का जीवन शब्दों में इसलिए हीकम सजापुरुष ने भी खुद को कर दरकिनारप्रेयसी अपनी दिया

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पुरुष को कहते है बेदर्द

22 सितम्बर 2022
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सदा पुरुष को कहा गया बेरहम बेदर्दक्या समझा उन्हे किसी ने जाना किसी उनका दर्दचंद मर्दों की पीछे पुरुष वर्ग को करते बदनामआवारा लोफर जाने क्या क्या देते नामपत्नी की परवाह दिखाए तो जोरू का गुलाम

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हर रिश्ते में रंग नए पुरुष सजाता है

22 सितम्बर 2022
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वो भाई वो बेटा भीवो पति भी दोस्त बनकर भी वो रहताहर रिश्ता वो भी बखूबी निभाता हैहर रिश्ते में रंग नए पुरुष सजाता हैएक औरत के जैसे हीजिम्मेदारियां वो भी कम नहींअपने हिस्से पाता हैकठोर शख्सियत के पी

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पुरुष का हिस्सा

22 सितम्बर 2022
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मां जननी है नवजीवन दायनी किस्सा ये तो हर कोई सुनाता है। ममता को विशाल मूरत है औरत हर कोई बतलाता है नवजीवन में पुरुष का हिस्सा भी है हर कोई ये क्यों भुल जाता है माना नौ महीने दर्द सहक

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