"प्रकृति ने दी नारी को खुद की एक पहचान,
धरती पर जिससे मिला जीवन का वरदान।,
जीवन का वरदान मान की वह अधिकारी,
जन्म दिया जिसने सबको वह भी एक नारी।,
कहें सकल विश्वास, मित्र जग ध्यान प्रवृत्ति,
भय का करो निदान, स्त्री मान की प्रकृति।"
16 सितम्बर 2021
"प्रकृति ने दी नारी को खुद की एक पहचान,
धरती पर जिससे मिला जीवन का वरदान।,
जीवन का वरदान मान की वह अधिकारी,
जन्म दिया जिसने सबको वह भी एक नारी।,
कहें सकल विश्वास, मित्र जग ध्यान प्रवृत्ति,
भय का करो निदान, स्त्री मान की प्रकृति।"
ऐसे सुन्दर शब्द केवल आपकी कलम का ही कमाल हो सकती है 😊 😊 😊
4 अक्टूबर 2021