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कहने को बहुत कुछ था,पर कह ना सका,मैं डरता जो था,अगर कह देता तो,बँधे होते बंधन मे हम दोनोवर्तमान में तुम होती,भविष्य तुमसे जुड़ा होता,बड़े अंतराल के बाद तुम मिलीऔर अवसर भी मिला,सब कुछ व्यक्त करने को,पर तुम भी बंधन में होऔर मैं भि