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रात्रिभोज

22 अक्टूबर 2022

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एकबार कलाम के विज्ञान के शिक्षक ने उन्हें अपने घर खाने पर बुलाया । इस बात से उन शिक्षक की पत्नी परेशान हो उठीं कि उनकी पवित्र रसोई में एक मुसलमान युवक को भोजन पर आमंत्रित किया गया है । उन्होंने कलाम को अपनी रसोई के भीतर खाना खिलाने से इंकार कर दिया । इस बात पर कलाम के शिक्षक विचलित और क्रोधित नहीं हुए , उन्होंने खुद अपने हाथों से खाना परोसा और कलाम के पास ही बैठकर खाने लगे । जब कलाम खाना खाकर लौटने लगे तो शिक्षक ने फिर से अगले सप्ताह खाने पर आने का न्यौता दिया । कलाम की हिचकिचाहट को देखकर वे बोले ' परेशान होने की जरूरत नहीं है , एकबार जब तुम व्यवस्था बदल डालने का फैसला कर लेते हो तो ऐसी समस्याएँ सामने आती ही हैं । ' अगले सप्ताह जब कलाम उन शिक्षक के यहाँ रात्रिभोज पर गए तो शिक्षक की पत्नी ही उन्हें रसोई में ले गईं और खुद अपने हाथों से खाना परोसा ।


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रचनाएँ
भारत रत्न डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
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डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्रारंभिक जीवन: अब्दुल कलाम जी का जन्म तमिलनाडु में रामेश्वरम के तमिल मुस्लिम परिवार में 15 अक्टूबर 1931 को हुआ था। इनके पिता का नाम जैनलाब्दीन (Father's Name) था जो पेशे से नावों को किराये पर देने और बेचने का काम करते थे। कलाम जी के पिता अनपढ़ थे पर उनके विचार आम सोच से कही उपर थी।

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