Sailesh Patel
मेरी जिंदगी के कुछ सच्चे अल्फाज
अपनों की दुनिया में भी अजीब सा मंजर होता है, जिन्हें निहत्था समझें अक्सर उन्हीं के पास खंजर होता है, घाव तो इतना गहरा देते हैं जितना की समुंदर भी नहीं होता है, फिर भी मुस्कुराकर जो विपरीत धाराओं का रुख मोड़ दे वही तो सिकंदर होता है,
मेरी जिंदगी के कुछ सच्चे अल्फाज
अपनों की दुनिया में भी अजीब सा मंजर होता है, जिन्हें निहत्था समझें अक्सर उन्हीं के पास खंजर होता है, घाव तो इतना गहरा देते हैं जितना की समुंदर भी नहीं होता है, फिर भी मुस्कुराकर जो विपरीत धाराओं का रुख मोड़ दे वही तो सिकंदर होता है,
Sailesh Patel की डायरी
भारतीय शादियां बहुत ही रंग बिरंगी होती है।यही कारण है कि बच्चाें से लेकर वृद्ध तक इस रंग में रंगने के लिए लालायित रहते हैं । बात गर्मियों के शादी के समय की है जब संस्कार को एक शादी में शरीक होने का मौका मिला। घर के अंदर बाहर मेहमानों की भीड़ थी श
Sailesh Patel की डायरी
भारतीय शादियां बहुत ही रंग बिरंगी होती है।यही कारण है कि बच्चाें से लेकर वृद्ध तक इस रंग में रंगने के लिए लालायित रहते हैं । बात गर्मियों के शादी के समय की है जब संस्कार को एक शादी में शरीक होने का मौका मिला। घर के अंदर बाहर मेहमानों की भीड़ थी श