जयश्रीकृष्ण पाठकगण सुधिजन व मित्रगण। आज मै अपनी पुस्तक "संदीप की कलम से" लेकर आपके बीच उपस्थित हुआ हू। यह मेरी पहली किताब की शक्ल अख्तियार कर रही प्रस्तुति है जो मै अपनी परम आदरणीय माता जी "श्री श्रीमति सुषमा शर्मा जी" को सादर स्नेह के साथ अर्पित कर रहा हू क्योकि उनके लेखन के शौक ने मुझे भी प्रेरित किया कि मै इन शब्दो को समेटू व किसी अर्थ को प्रस्तुत करू ।इसके लिए मै shabd in.com को भी धन्यवाद देता हू कि उन्होने इसके लिए एक मंच तैयार किया। आप सब के स्नेह को प्रस्तुत हू लेकर अपनी पहली पुस्तक "संदीप की कलम से "।स्नेह व आशीर्वाद दीजिएगा। आभार आप सबका। निवेदक। संदीप शर्मा। देहरादून से।जयश्रीकृष्ण
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