देश भक्त
हमारे स्वतंत्रता सेनानी एकखूबसूरत खुशबूदार गुलदस्ते की तरह है कुछ फूल मुरझा कर ख़त्म हो गए कुछ हँसते हँसते ख़त्म हो गए और जो गिने चुने बचें हैं वो हम जैसे लापरवाह एहसान फरामोश लोगों की वजह से गुमनाम जिंदगी जीने के लिए मजबूर हैं एक बार सिर्फ याद करें.जिनकी वजह से हम स्वतंत्र भारत में सांस ले रहे हैं औ