जिस तरह बिना पंख उडने की कल्पना हो।जिस तरह बिना पैर चलने की कल्पना हो।ना धरती हो ना गगन हो, और दुनिया हो।जैसे हथेली पर राई उगाने का सपना हो।।वह शून्य भेदभाव की दुनिया होगी।जहां होगा ना मानव-मानव में भ
शून्य भेदभाव दिवस (Zero Discrimination Day) हर साल 1 मार्च को मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य सभी लोगों को उनके कानून और नीतियों में बिना किसी भेदभाव के समानता, समावेश और सुरक्षा का अधिकार सुनिश्चित
अंतर्राष्ट्रीय संगठनों द्वारा प्रत्येक वर्ष 1 मार्च को मनाया जाने वाला एक वार्षिक दिवस है । दिन का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों में कानून के समक्ष और व्यवहार में समानता को बढ़ावा दे