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सीधे साधे चित्र - सुभद्रा कुमारी चौहान (कहानियों का संकलन)

सुभद्रा कुमारी चौहान

11 अध्याय
1 व्यक्ति ने लाइब्रेरी में जोड़ा
12 पाठक
25 अप्रैल 2022 को पूर्ण की गई
निःशुल्क

'सीधे साधे चित्र' सुभद्रा कुमारी चौहान का तीसरा व अंतिम कथा संग्रह है। इसमें कुल १४ कहानियां हैं। रूपा, कैलाशी नानी, बिआल्हा, कल्याणी, दो साथी, प्रोफेसर मित्रा, दुराचारी व मंगला - ८ कहानियों की कथावस्तु नारी प्रधान पारिवारिक सामाजिक समस्यायें हैं। 

sidhe sadhe chitra subhadra kumari chauhan kahaniyon ka sankalan

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पुस्तक के भाग

1

रुपा

3 मार्च 2022
3
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असमय की घंटी ने सभी को बेचैन-सा कर दिया । अभी आधा घंटा भी नहीं हुआ, मैट्रन जेल बंद करके गई है । फिर तुरंत ही वह घंटी कैसे? जेल-जीवन से घबराई हुई बहनों ने सोचा, शायद उनकी ही रिहाई का फरमान आया हो, जिनक

2

कैलाशी नानी

3 मार्च 2022
3
0
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पता नहीं मेरी कैलाशी नानी अब इस संसार में है भी कि नहीं, परंतु उनकी स्मृति इतनी ताजा है कि आज भी कैलाशी नानी वही अपनी मैली-सी घुटने के ऊपर तक की धोती और फटी हुई मिरज़ई पहने, बगल में रोटी और नमक की पोट

3

बिआहा

3 मार्च 2022
2
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जबलपुर से आजमगढ़ ड्योढ़े दर्ज का जनाना डिब्बा और पूरे डिब्बे में अकेली मैं। डाकगाड़ी हवा में उड़ती चली जा रही थी, और मेरे दिमाग में रहर-रहकर एक ही बात चक्कर काट रही थी कि जब-जब मैं बच्ची को लेकर चलती

4

कल्याणी

3 मार्च 2022
1
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विवाह के बाद नव-वधू को लेकर जब बैरिस्टर राधारमण घर लौट रहे थे, तब रास्ते में ही एक रेल दुर्घटना हो गई। कई बाराती घायल हो गए, दो का तो घटनास्थल पर ही अंत हो गया। मरने वाला एक 'लॉ' का विद्यार्थी था और द

5

हींगवाला

3 मार्च 2022
1
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लगभग 35 साल का एक खान आंगन में आकर रुक गया । हमेशा की तरह उसकी आवाज सुनाई दी - ''अम्मा... हींग लोगी?'' पीठ पर बँधे हुए पीपे को खोलकर उसने, नीचे रख दिया और मौलसिरी के नीचे बने हुए चबूतरे पर बैठ गया ।

6

राही

3 मार्च 2022
2
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तेरा नाम क्या है? - राही। - तुझे किस अपराध में सज़ा हुई? - चोरी की थी, सरकार। - चोरी? क्या चुराया था - नाज की गठरी। - कितना अनाज था? - होगा पाँच-छः सेर। - और सज़ा कितने दिन की है? - साल भर की

7

ताँगेवाला

3 मार्च 2022
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गरमी की लम्बी छुट्टियां प्रारंभ हो चुकी थीं। मेरे कुछ मित्रों ने इन गर्मियों की छुट्टियों में कश्मीर जाना तय किया था और इस प्रस्ताव को सबसे अधिक समर्थन मैंने दिया। हम लोग जाने की पूरी तैयारी कर चुके थ

8

गुलाबसिंह

3 मार्च 2022
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दिन और तारीख की जरूरत नहीं । जब हम अमर-अनंत की कहानी कहने चले हैं, तब एक दिन और एक ही तारीख पकड़कर क्यों चलें ? उसके घर में पिता था, माँ थी, बहन थी । वह पूरे घर का दुलारा था । एक दिन की बात है, वह बी

9

दुराचारी

3 मार्च 2022
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पंडित राम सेवक के हाथ से सुमरनी गिर पड़ी । वह झल्लाये से उठकर पूजा की कोठरी से बाहर बरामदे में चले आये। बरामदे से गाना और साफसाफ सुनायी पड़ने लगा। मुंशी दयाशंकर के तिमंजले पर से कोई कोकिल-कंठी गा उठी-

10

मंगला

3 मार्च 2022
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उस दिन जब बी.ए. का रिजलट निकला और मंगला, पास हो गयी अच्छे डिवीजन और अच्छे नम्बरों के साथ तो मुझे कितनी प्रसन्नता हुई उस दिन। मंगला, एक मजदूरनी की बेटी, सवयं भी अपनी माँ के साथ मजदूरनी की तरह काम करने

11

दो साथी

3 मार्च 2022
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आनन्द और विनय दोनों, बचपन के साथी थे । प्रायमरी पाठशाला से लेकर हाई स्कूल तक दोनों ने साथ-साथ पढ़ा था । अब साथ ही-साथ दोनों कॉलेज में आये थे । दोनों में गाढ़ी मैत्री थी। परन्तु, साथ- ही-साथ विचार विभिन्

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