आम गृहणी के जीवन से जुड़ी कुछ खट्टी मिठ्ठी बातें....।
इस कहानी संग्रह में आप अपने आप को व समाज में निरंतर घट रही घटनाओं के साथ जोड़ पायेंगे तथा हर कहानी आप को कुछ प्रेरणा ज़रूर देगी |
नमस्ते दोस्तों 🙏🙏 अंदाज -ए - जिंदगी बदल गई रंगों की अहमियत बदल गई ! हुआ करती थी रंग बिरंगी दरवाजे जो रिश्तो में हजारो रंग भर जाती थी ! अब शीशे के दिलों की तरह दरवाजे भी शीशे के हो गए ! एक ठोकर क्या लगी रिश्ते - दरवाजे दोनों टूट गए ! शीशे के
नमस्ते दोस्तों 🙏🙏 ऊपर वाले ने सबकी किस्मत में हम सफर का साथ नहीं लिखा कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं जिसमें हाथों में हाथ नहीं होते हर कदम पर हम सफर का साथ नहीं होते बिछड़ जाते हैं अधूरे सफर पर साथ छूट जाता है राही बिछड़ कर भी जीना नहीं छोड़ता क्य
यह कहानी प्रत्येक की जिंदगी से जुडी है यह जैसे जैसे आप उपन्यास के पन्नों में आगें बढेगें स्पष्ट होता जायेगा। कहानी के सूत्रधार के रूप में मुख्य किरदार और लेखक है जिनसे जुडे उन तमाम किरदारों से रूबरू होगें जो जीवन में अलग अलग संघर्ष का सामना करते मिले
एक नारी के आत्मसम्मान को जब ठेस लगी तो उसने किस प्रकार अपना प्रतिशोध लिया.....
एक स्त्री के जीवन की विडंबना और सच्चाई से रुबरू कराती हुई कुछ कहानियाँ 🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸
एक ऐसी किताब है जो हर औरत को एक बार जरूर पढ़ न चाहये क्यो की वो दर्द है जो न जाने कितनी लड़कियां रोज सहन करती है और न जाने कब तक सहन करे गी
सारी नादानियों पर लग गया ताला , बेफिक्री का पीछे रह गया जमाना ! कभी एक चोट पर पूरा घर , सिर पर उठा लिया करते थे ! आज हर दर्द को हंसी में , छुपा लिया करते हैं ! कल अपनी जिद्द मनवाना आता था , आज दूसरों की जिद्द पर झुक जाना पड़ता है ! दर्द से हर रिश्ते
यह कहानी एक साधरण सी लड़की की है उसके सपने और जज्बे कि है । जो खुद पूरी तरह टूटने के बाद भी उसने अपने जज्बे को टूटने नहीं दिया और वो किया जो वो करना चाहती थी ।
चुप्पी कुछ लोगो की जो इस समाज के डर से एक कोने में बैठे रहते है आखिर क्या कहेगा समाज
पहला प्रेम कुछ शिशुवत होता है ,जिस प्रकार एक शिशु के लिए उसकी माँ से अत्यधिक कुछ और महत्वपूर्ण नही होता ठीक उसी तरह जब एक लडकी प्रेम मे होती है तो उसके लिए उसके प्रिय से अत्यधिक महत्वपूर्ण और कुछ नही होता , वो उसको ही आधार मानकर स्वयं निराधार हो जाती
यह कहानियां मेरी है इसके हर किरदार में मैं ही रची बसी हूं यह मेरी जिंदगी के कुछ कड़वे कुछ मीठे कुछ यादगार लम्हे हैं कुछ लोग हैं जिन्हें मैंने कहानियों के किरदार के माध्यम से आपके सामने प्रस्तुत किया है
कुछ परेशानियां हैं जिन्हें खत्म करना चाहती हूंँ कुछ उलझनें हैं जिन्हें सुलझाना चाहती हूँ ! कुछ बिताएं तेरे संग जो पल है उन्हें फिर से जीना चाहती हूँ ! क्या क्या ख्वाहिश है इस दिल में उसे फिर से पूरा करना चाहती हूँ ! कुछ अपने हैं जो खफा हो गए है
परियां होती बेटियां जानने के लिये आगे पढ़ते रहें.. परियां आपको आसमां के सैर कराते मिलेगी.. औऱ आप आसमां में खोते... हुये.. 🌸🌸