सारी नादानियों पर लग गया ताला , बेफिक्री का पीछे रह गया जमाना ! कभी एक चोट पर पूरा घर , सिर पर उठा लिया करते थे ! आज हर दर्द को हंसी में , छुपा लिया करते हैं ! कल अपनी जिद्द मनवाना आता था , आज दूसरों की जिद्द पर झुक जाना पड़ता है ! दर्द से हर रिश्ते बेखबर हो गई , समझौते भरी ससुराल में जिंदगी हो गई ! शादी के साइड इफेक्ट ऐसे की.... अर्चना की जिंदगी ही इफेक्ट हो गई !!✍️ धन्यवाद दोस्तों 🙏🙏💐💐
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