जिंदगी सुखद और आँसुओ की धार है
ये कितनी मनमोहक और कितनी उदार है
जीना तो चाहते है सभी इस जिंदगी को
पर समझता नही कोई कि इसमें कितना प्यार है
कभी पगडंडियों पर चलते थे गिरते और फिसलते थे
कर लक्ष्य पूरा अपना
अपनी जिंदगी भी मेहरबान है
जीवन का कर्म समझाे जीवन का मर्म समझाे
जिंदगी देती है मौका ये कितनी समझदार है
बचपन से लेकर अब तक उठे अनेक सवाल है
इन सवालो की तन्हाई देखो इनका भी ना कोई पुरसाहाल है
जिंदगी कटती रहेगी आगे बढती रहेगी
इसमे सुख भी है और दुख भी है
अनेक मनमोहक तरंग उत्कल जिंदगी का प्रसार है
यही जीवन का सार है
जिंदगी सुखद और आँसुओ की धार है
ये कितनी मनमोहक और कितनी उदार है ।