मई,2015 में जब जुड़वां नातिन हुई तो सुखद आश्चर्य व अपार हर्ष हुआ। डॉक्टर साहिबा ने बताया कि मां या पति के परिवार में यदि पहले ट्विन्स हुए है तो अगली पीढ़ी में भी ट्विन्स की संभावना रहती है। यह बात सत्य है कि मां के (चाचा-ताऊ) के परिवार दो जोड़ी ट्विन्स पहले से ही है। इस प्रकार से यह तीसरी ट्विन्स की जोड़ी है। वैसे तो जुड़वां बच्चों के लिए केरल का जिला मलप्पुरम में कोडिन्ही गावं भारत ही नहीं दुनिया में एक शोध का विषय बना हुआ है।जहां 250 से अधिक ट्विन्स मौजूद है। जिसे नेट पर आसानी से सर्च किया जा सकता है।
जय जवान, जय किसान, तुम मुझे खून दो मै तुम्हें आजादी दूंगा आदि-आदि नारों के बीच देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने " बेटी बचाओं , बेटी पढाओ "का नारा दिया। फलस्वरूप समाज में बेटियों को पैदा होने के बाद आज देखने का नजरिया ही बदल रहा है। “सेल्फ़ी विद् डॉटर” ने देश और दुनिया में धूम मचा रखी है। बेटियां अब चिंता का नहीं गर्व का विषय समझी जाने लगी है। आइये बेटियों के जीवन की सुखद, सफल भविष्य कामना करें।