shabd-logo

तुम ❤

13 जुलाई 2017

92 बार देखा गया 92
...............हुहहहहहह और हाँ हम जानते हैं व्हाट्सऐप पर 'बाइसेप' वाला इमोटीकाॅन तुम्हें 'लेग पीस' जैसा प्रतीत होता है। हम जानते हैं तुम्हें 'स्यान रंग' एकदम पसंद नहीं है। हमें यह भी पता है तुम्हें दाल मखनी अच्छी नहीं लगती। इन सबके अलावा और भी बहुत ऐसी छोटी छोटी बातें हें जो हमें तुम्हारे बारे में मालूम हैं। तुम्हारी पसंद , नापसंद सब जानते हैं हम। हमेशा तुम्हारी पसंद की चीज़ों का ही ज़िक्र किया करते थे तुमसे बात करते वक्त। क्या सही दौर था न वो भी? सुबह से देर रात तक बात होती थी। मुझे उस गुज़रे वक्त की बहुत याद आती है । वो दौर तो गुज़र गया, मगर मैं कैद हूं, अभी भी, उन स्मृतियों में, जिनमें तुम और मैं एक साथ हैं। बात करते हुए, हँसते हुए, साथ चलते हुए। जानती हो क्यूँ..?? बताएँ..?? "मुहब्बत है तुमसे, बेतहाशा, बेइंतहा,बेशुमार" मेरे दिन के ख़यालों से लेकर रातों के सपनों तक बस तुम्हीं हो। तुमसे हटकर कुछ भी सोच या कर पाना, 'असंभव' सा है अब हमारे लिए। और यह मुहब्बत दिन पर दिन बढ़ती ही जाती है। यूँ तो हमें लगता है कै इसमें कोई पाप नहीं है.. पर फिर भी तुमसे आज तक कहा नहीं। क्यूँकि वो हमारे लिए पाप है। तुम्हें अपना भगवान मानते हैं। सब कुछ सिर्फ तुम्हारी खुशी के लिए, बाकी सब जाए चूल्हे भाड़ में। और हाँ, पूछते हैं लोग , कई सवाल करते हैं।। कहते हैं '' किसके लिए प्यार की इंतहा कर रखी है कि कतई पगलाए हुए हो? थोड़ा सोंचो तार लोग पागल कहते हैं तुम्हें छोड़ दो ये बचपना करियर पर ध्यान लगाओ बड़े हो गए हो" हँस देते हैं उनकी बातें सुनकर तुम्हारा नाम तो नहीं बताते उन्हें पर कह देते हैं कि... कह देते हैं कि... "हाँ एक लड़की है जो मेरा सब कुछ है। और यह प्यार है कोई बचपना नहीं।" जानते हैं वो लोग गलत नहीं हैं और दुनिया उनके द्वारा दिए गए तथ्यों पर ही चलती है। हमारे प्यार की रिएलिस्टिक वर्ल्ड में कोई जगह ही नहीं है। इसलिए उनकी बात चुपचाप सुन लेते हैं और उन्हें बदले में कुछ नहीं समझाते। क्यूँकि जब तक उनको किसी से बेवजह मुहब्बत न हो जाए, वो नहीं समझेंगे।। वो नहीं समझेंगे कि यह प्यार की इंतहा नहीं है, अभी तो कितना प्यार है जो तुमसे होना बाकी है। वो नहीं समझेंगे कि यह पागलपन नहीं है, क्यूँकि अभी बहुत होश है जो खोना बाकी है वो यह सब कुछ तब तक नहीं समझेंगे जब तक वो खुद किसी कि मुहब्बत में न पड़ जाएँ। और जब उनको मुहब्बत होगी, इंशा-अल्लाह वो सब खुद-ब-खुद समझ जाएँगे।।

जतिन दीक्षित की अन्य किताबें

1

अब वो समय नहीं रहा

1 मई 2017
0
1
1

तुम्हारी कुछ चीज़ें रखी हैं मेरे पास... तुम्हें देने के लिए बड़ी प्यार से खरीदी थीं।। कभी फुर्सत में आकर ले जाना वो सब... जिस उत्सुक्ता के साथ तुम्हें खुद वों चीज़ें देना चाहते थे उतनी उर्जा अब रही नहीं हमारे बीच।।। तुम्हारी कुछ तस्वीरें भी रखी हैं.. वो देंगे नहीं तुम्हें

2

तुम ❤

13 जुलाई 2017
0
1
0

...............हुहहहहहह और हाँ हम जानते हैं व्हाट्सऐप पर 'बाइसेप' वाला इमोटीकाॅन तुम्हें 'लेग पीस' जैसा प्रतीत होता है। हम जानते हैं तुम्हें 'स्यान रंग' एकदम पसंद नहीं है। हमें यह भी पता है तुम्हें दाल मखनी अच्छी नहीं लगती। इन सबके अलावा और भी बहुत

3

विंडो सीट

27 सितम्बर 2017
0
0
0

मुझे पता है ट्रेन की खिड़की से तुम दिखाई नही दोगी पर हर बार मैं ट्रेन में चुनता हूँ एक विंडो सीट ताकि मैं देख सकूं बाहर पीछे छूटते पेड़ों को इमारतों को जंगलों को हर उस चीज को जो मुझसे छूटती जा रही है ट्रेन के चलने से मुझे महसूस होता है तुम्हारा अक्स उन हर चीजों में जो मुझसे छुट्ती है

4

होना तो यह चाहिए था ..।।

19 फरवरी 2018
0
1
0

5

वह कुछ लोग

6 सितम्बर 2018
0
0
0

6

लोग क्या कहेंगे

9 अक्टूबर 2018
0
0
0

लोग क्या कहेंगे ।वो 29 साल की है, कामयाब है, अपने पैरों पर खड़ी है, ज़िन्दगी अपने तरीके से जीती है, खुश है।फिर भी हर रोज़ माँ-बाप और रिश्तेदार उसे, "शादी की उम्र निकल रही है, अब तुझे कौन मिलेगा!"के ताने सुनाएंगे।क्योंकि बेटी की शादी नहीं हुई, तो लोग क्या कहेंगे?वो दोनों एक दूसरे से प्रेम करते हैं, शायद

7

जादूगर

9 अक्टूबर 2018
0
0
0

एक होता है जादूगर और दूसरा जादू। हाँ तुम जादू हो जादू। कुछ भी इतना ख़ास पहले नहीं था जितना तुमसे बतियाने के बाद। तुमसे बातें करने पर ऐसा होता था जैसे ख़ुद को ही ख़ुद की ही बातें समझानी हो। पता है, तुम वो जादू हो जो दुनिया के सारे जादूगर सीखना चाहते हैं, पाना चाहते हैं पर सबके बस का नहीं है ये। तुमको

8

जब कहीं मन नहीं लगता ।।।

6 मई 2019
0
0
0

अक्सर जब कहीं मन नही लगता तो पार्क में आकर बैठ जाता हूँ! सुकून सा मिलता है! अक्सर भीड़ सी रहती हैं यहाँ! रोज़ कुछ न कुछ नया देखने को मिलता है! हर रोज़ नए चेहरे, नयी तरह से फ़ोटो खींचते लोग और अलग अन्दाज़ में पोज देते युगल! ५०-५५ साल के अंकल आंटी ईव्निंग वाक पे निकले हैं! कुछ बुज़ुर्ग दादा-दादी योगा

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए