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अब वो समय नहीं रहा

1 मई 2017

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तुम्हारी कुछ चीज़ें रखी हैं मेरे पास... तुम्हें देने के लिए बड़ी प्यार से खरीदी थीं।। कभी फुर्सत में आकर ले जाना वो सब... जिस उत्सुक्ता के साथ तुम्हें खुद वों चीज़ें देना चाहते थे उतनी उर्जा अब रही नहीं हमारे बीच।।। तुम्हारी कुछ तस्वीरें भी रखी हैं.. वो देंगे नहीं तुम्हें पर हाँ उन्हें लिफाफे में पैक करके अलमारी के अंदर वाले लाॅकर में लाॅक लगाके बंद करके रख दिया है..।। ताकि तुम्हारी मौजुदगी का यकीन तो हो पर एहसास नहीं...।।।।। - मन अस्थिर है। तुमसे बहुत प्यार है। हमेशा रहगा। तुम्हारे सिवा कोई भी , कुछ भी पसंद नहीं है हमें। तुम आदत बन चुकी हो मेरी । तुमसे बात करते रहने को दिल करता है। बातें इतनी के जैसे कभी ख़त्म ही न हो! फ़ोन स्क्रीन पे नाम देख के धड़कने बढ़ जाती और अनचाही मुस्कान खिल उठती!सब बोलते हैं "किसका msg है? कि इतना खिल रहे हो!" और जवाब में बस हंस के टाल देते हैं सवाल को! पर ये सब बस हमारे मन की बात है। ख़याली पुलाव हैं। जो कभी नहीं पकेंगे। तुम्हें जबरजस्ती msg कर के अब परेशान नहीं करते हैं। मुकेश साहब के गाने- "तुम रूठी रहो मैं मनाता रहूँ! के ऐप अदाओं पे और प्यार आता है" से असल ज़िंदगी में कोई वास्ता नहीं है! बहुत सी इच्छायें हैं... इस लालची समाज के मुकाबलें बहुत मामूली हैं। पर उनको भी दिल में ही दबा लिया... तकलीफ होती है।। दर्द रहता है सीने में। पर तुम्हारी खुशी के लिए कुछ भी।।।। घरों में दूरी होने के बावजूद आपस में दूरी न होने देने के प्रयास में हमेशा विफल ही रहे हैं।।। कभी कभी आप कितनी भी कोशिश कर लें, मिन्नतें कर लें कुछ भी कर लें।। परिस्थितियाँ वैसी नहीं होती जैसी आप चाहते हैं तुम्हारी खुशी के लिए सब कुछ छोड़ दिया और अब उसी खुशी के लिए 'तुम्हें भी' जैसे तुम चाहती हो कहा था न "तुम्हारे लिए कुछ भी".......... लेकिन, तुमसे प्यार..

#था

#है
#और_रहेगा
#अलविदा 💔💔

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प्रियंका शर्मा

प्रियंका शर्मा

जतिन जी , बोलने को कुछ नहीं रह जाता है इसके बाद .... लीखते रहियेगा

6 जुलाई 2017

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अब वो समय नहीं रहा

1 मई 2017
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तुम्हारी कुछ चीज़ें रखी हैं मेरे पास... तुम्हें देने के लिए बड़ी प्यार से खरीदी थीं।। कभी फुर्सत में आकर ले जाना वो सब... जिस उत्सुक्ता के साथ तुम्हें खुद वों चीज़ें देना चाहते थे उतनी उर्जा अब रही नहीं हमारे बीच।।। तुम्हारी कुछ तस्वीरें भी रखी हैं.. वो देंगे नहीं तुम्हें

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तुम ❤

13 जुलाई 2017
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...............हुहहहहहह और हाँ हम जानते हैं व्हाट्सऐप पर 'बाइसेप' वाला इमोटीकाॅन तुम्हें 'लेग पीस' जैसा प्रतीत होता है। हम जानते हैं तुम्हें 'स्यान रंग' एकदम पसंद नहीं है। हमें यह भी पता है तुम्हें दाल मखनी अच्छी नहीं लगती। इन सबके अलावा और भी बहुत

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विंडो सीट

27 सितम्बर 2017
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मुझे पता है ट्रेन की खिड़की से तुम दिखाई नही दोगी पर हर बार मैं ट्रेन में चुनता हूँ एक विंडो सीट ताकि मैं देख सकूं बाहर पीछे छूटते पेड़ों को इमारतों को जंगलों को हर उस चीज को जो मुझसे छूटती जा रही है ट्रेन के चलने से मुझे महसूस होता है तुम्हारा अक्स उन हर चीजों में जो मुझसे छुट्ती है

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होना तो यह चाहिए था ..।।

19 फरवरी 2018
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वह कुछ लोग

6 सितम्बर 2018
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लोग क्या कहेंगे

9 अक्टूबर 2018
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लोग क्या कहेंगे ।वो 29 साल की है, कामयाब है, अपने पैरों पर खड़ी है, ज़िन्दगी अपने तरीके से जीती है, खुश है।फिर भी हर रोज़ माँ-बाप और रिश्तेदार उसे, "शादी की उम्र निकल रही है, अब तुझे कौन मिलेगा!"के ताने सुनाएंगे।क्योंकि बेटी की शादी नहीं हुई, तो लोग क्या कहेंगे?वो दोनों एक दूसरे से प्रेम करते हैं, शायद

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जादूगर

9 अक्टूबर 2018
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एक होता है जादूगर और दूसरा जादू। हाँ तुम जादू हो जादू। कुछ भी इतना ख़ास पहले नहीं था जितना तुमसे बतियाने के बाद। तुमसे बातें करने पर ऐसा होता था जैसे ख़ुद को ही ख़ुद की ही बातें समझानी हो। पता है, तुम वो जादू हो जो दुनिया के सारे जादूगर सीखना चाहते हैं, पाना चाहते हैं पर सबके बस का नहीं है ये। तुमको

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जब कहीं मन नहीं लगता ।।।

6 मई 2019
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अक्सर जब कहीं मन नही लगता तो पार्क में आकर बैठ जाता हूँ! सुकून सा मिलता है! अक्सर भीड़ सी रहती हैं यहाँ! रोज़ कुछ न कुछ नया देखने को मिलता है! हर रोज़ नए चेहरे, नयी तरह से फ़ोटो खींचते लोग और अलग अन्दाज़ में पोज देते युगल! ५०-५५ साल के अंकल आंटी ईव्निंग वाक पे निकले हैं! कुछ बुज़ुर्ग दादा-दादी योगा

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