कुछ भीतर व कुछ बाहर युद्ध करना पड़ता है,
पवित्र बनने के लिए सब शुद्ध करना पड़ता है.
जीवन को कभी भी कुरूक्षेत्र से कम न समझें,
प्रभु को पाने को खुद को बुद्ध करना पड़ता है.
अकेले ही चलना पड़ता है सच्चाई के पथ पर,
कठिन है,सारे जग को विरुद्ध करना पड़ता है.
अपने लिए ही सब किये, समान जिये न जिये,
आने वालों का मार्ग अनिरुद्ध करना पड़ता है.
काम आते है बुजुर्गों के सिखाए हुए सबक ही,
कभी कम कभी सम,पर युद्ध करना पड़ता है.