shabd-logo

तुम्हारा मिलना❤️❤️

5 सितम्बर 2022

9 बार देखा गया 9
तेरा मिलना💕💕

जब से सुना था तुमसे मिलने जाना है.....article-image
.दिल की धड़कने और दिमाग की समझदारी दोनों में जंग छिड़ी थी.....

मुझे जानना था तुम्हारा नाम 
तुम्हारी आंखें कैसी तुम कैसे हो
क्या मेरी दिल को एक बार में ही अपना पाओगे🌹

मै डरी हुई थी एकदम से घबराहट थी धड़कनों की रफ्तार 
बुलेट ट्रेन को पीछे कर रही थी...
 
सामने पहुंची भैया दो लड़के खड़े थे नजर नहीं उठा पाई...
सोचती रही इनमें से कौन होगा....
फिर धड़कनों को कंट्रोल करना चाहा
नहीं हो रही थी

फिर हमारे पापा की एक आवाज सुनाई दी...
जो शायद धड़कनों के रफ्तार को कम करने के लिए ही थी....
आपको बुलाया गया ..
देखा हमने 
नजर उठी
दिल धड़का
बस नजर झुक गई सासें रुक गई
क्या यही वो इंसान है जिसको मेरे लिए चुना है मेरे जन्मदाता ने....

कई बातें आई मन में 
की मुझे समझेगा क्या..
मेरी भावनाएं सुरक्षित रहेगी या नहीं....

हम दोनों को पारिवारिक पूजा में जाना था 
....माता रानी का आशीर्वाद लेने।...
साथ में चल रहे थे...

डर लग रहा था..
कैसे होगा सब।।।

 सच में हमारा साथ होगा
कहीं सब ठीक ना हुआ तो..

हमने माता रानी से बोला 
मैया बस पापा कों खुश रखना
मै खुश रह लूंगी....

अब जानना था आपका नाम...
वो भी कन्हैया ने पूरा कर दिया....

जैसे ही नाम देखा स्क्रीन पर
वो सीधे जाकर दिल में लॉक सा हो गया....

पहले कई बार सुना था अच्छा नहीं लगा था
इस बार पता नहीं क्यों क्या हुआ जैसे बरसो से इसी नाम का इंतजार रहा हो...

हमने सोचा आप कुछ पूछोगे तो मैं एक बार आपका नाम लूंगी।।।।
आपके पास भी आए बोलना चाहा
धडकनों को काबू नहीं कर पा रहे थे....
ख़्वाब अधूरे रह गए....
  बोल नहीं पाई।।।।।

आप घर आए 
फिर सबने हमको आपसे जोड़ने लगे।।
आपके साथ खड़े होने लगे 
उस खुशी को नहीं लिख सकते यहां

बस सामने आने पर आपको महसूस हो जाएगा...
आपके जाने के बाद
बस इंतजार होने लगा

मुझे लगा था आपकी call, text ,ya msg आएगा जरूर...
बहुत wait किया आखिरकार आ गया...
 देखी खुश तो बहुत हुई...
लेकिन नहीं reply नहीं करना था
सोचा सही है या नहीं...

दी को बताए छोटी को बताए...
ये दिमाग बोल रहा था

और दिल बार बार उंगलियों को स्क्रीन पर ले जा रही थी
को टाइप कर टाइप कर बोल रही थी....
रुक गई मै।।।
धड़कने बढ़ने लगी
उसको काबू में करने के लिए
मुझ reply करना पड़ा..
आपने बाते की

बहुत खुशी हुई...
 फिर इंतजार होने लगा

didi को बताया वो कुछ नहीं बोली 
समझाई की इतने दिन है संभलकर रहना....

आदत पड़ेगी प्यार होगा
फिर संभल नहीं पाओगे...

सब जानते हुए भी मैंने कदम आगे बढ़ाया..
और चल दी आपकी ओर...
रास्ते दूर है मंजिल दिख रही है...

धीरे धीरे क़दमों से पहुंच रहे है।।।
बस आप इंतजार करना🌹🌹

कविता शुक्ला की अन्य किताबें

3
रचनाएँ
तुम तक❤️...
0.0
तुमसे शुरू तुम पर खत्म छोटी सी जिंदगी की बड़ी ख्वाहिश....
1

तुम्हारा मिलना❤️❤️

5 सितम्बर 2022
0
0
0

तेरा मिलना💕💕जब से सुना था तुमसे मिलने जाना है......दिल की धड़कने और दिमाग की समझदारी दोनों में जंग छिड़ी थी.....मुझे जानना था तुम्हारा नाम तुम्हारी आंखें कैसी तुम कैसे होक्या मेरी दिल को एक बार

2

हमारी भावनाएं❤️

5 सितम्बर 2022
0
1
0

क्या लिखूं इस धड़कते दिल से💗💗💗भावनाएं जिसे आमतौर पर हम सब सिर्फ फीलिंग्स बोलकर रह जाते है.....ये भी सही है फीलिंग्स आज कल के युवाओं में होने वाले आकर्षण के बाद जो हिलोरे उठती है ज्यादातर लोग उसे फी

3

माफ करना प्रियतम..दिल दुखाया था..

5 सितम्बर 2022
1
0
0

15 December😥😥😥 मै नहीं चाहती कि आपको सिकन भी आए..फिर भी आप को मेरा इंतजार करना पड़ता है 😰हर पल खुशी देना चाहती हूं आपको एक पल भी अकेला नहीं छोड़ना चाहती फिर भी मुझसे क्यूं ऐसा हो जाता है

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए