जय माँ मदनपुरवाली मैं एक देश भक्त हिंदुस्तानी हूँ , और प्रभु ने सनातनी बैदिक हिन्दू धर्म में पैदा किया इसके लिए मैं परमपिता परमात्मा को धन्यबाद देता हूँ .
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मुझे यहाँ आना चाहिए था की नहीं ??? मुझे लगता है की नहीं क्युकी .................................... १ - मुझे बुलाया नहीं गया आप लोग बोलेंगे की कैसे नहीं बुलाया गया कितनी बार मैंने कहा कितनी बार मैंने कहा ..................... फिर भी मैं कहूँगा की मुझे नहीं बुलाया गया . आप लोग पूछोगे कैसे , म
आज मैं यही विचार कर रहा था जब मैं छोटा सा बच्चा था और विद्यालय जाता था तो सुबह - सुबह स्कूल पहुचने के बाद घंटी लगाती थी हम सब बच्चे भाग कर विद्यालय के प्रांगड़ में एकत्र हो जाते थे फिर हमारे अध्यापक हमें एक कतार में खड़ा करते फिर हमें यही हर दिन वो यही सिखाते "वह सक्ति हमें दो दया निधे कर्त्तव्य मार्ग