विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस* ( *Partition day*)
आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रमों के तहत आज यानी 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया जा रहा है। 14 अगस्त 1947 को देश के बंटवारे के दौरान विस्थापन का दर्द झेलने वाले लोगों की याद में ये दिन मनाया जाता है। इस मौके पर PM मोदी ने ट्वीट किया कि विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस उन भारतवासियों को श्रद्धापूर्वक याद करने का अवसर है, जिनका जीवन देश के बंटवारे की बलि चढ़ गया। यह दिन उन लोगों के कष्ट और संघर्ष की भी याद दिलाता है, जिन्हें विस्थापन का दंश झेलने को मजबूर होना पड़ा। ऐसे सभी लोगों को मेरा शत-शत नमन।
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' पर नई दिल्ली के NDMC कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम को शाम 5 बजे संबोधित करेंगे। कार्यक्रम में विस्थापित परिवारों को बुलाया जाएगा और त्रासदी में प्राण गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि दी जाएगी।
देश के सभी जिलों में होंगे कार्यक्रम
इसके तहत देश के सभी जिलों में विभाजन में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि देने के कार्यक्रम होंगे। इसमें विभाजन की त्रासदी झेलने वाले परिवारों को भी आमंत्रित किया जाएगा। विभाजन से संबंधित डॉक्यूमेंट्री फिल्में भी दिखाई जाएंगी। सभी जिलों की विभाजन से जुड़ी यादों और लिखित दस्तावेजों को प्रदर्शनी के जरिए दिखाया जाएगा। इसके अलावा भारत-पाकिस्तान के बंटवारे से जुड़ी किताबों को प्रदर्शनी के जरिए आम लोगों तक पहुंचाया जाएगा।
नई पीढ़ी को बताई जाएगी बंटवारे की कहानी
भाजपा ने अपनी राष्ट्रीय और राज्य इकाइयों को इस दिन प्रोग्राम करने की जिम्मेदारी दी है। कार्यकर्ताओं को उन परिवारों से मिलना है जिन्होंने त्रासदी में अपनों को खोया है। सोशल मीडिया पर अपनी यादें भी साझा करनी हैं। नई पीढ़ी को देश के बंटवारे के बाद लोगों को होने वाली पीड़ा के बारे में बताया जाएगा। इसके लिए विभाजन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा भी की जाएंगी। Quiz banner
विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस:PM बोले- आज उन्हें याद करने का दिन, जिनका जीवन बंटवारे की बलि चढ़ गया
नई दिल्ली3 घंटे पहले
देश के बंटवारे की त्रासदी (फाइल फोटो)।
देश के बंटवारे की त्रासदी (फाइल फोटो)।
आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रमों के तहत आज यानी 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया जा रहा है। 14 अगस्त 1947 को देश के बंटवारे के दौरान विस्थापन का दर्द झेलने वाले लोगों की याद में ये दिन मनाया जाता है।
इस मौके पर PM मोदी ने ट्वीट किया कि विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस उन भारतवासियों को श्रद्धापूर्वक याद करने का अवसर है, जिनका जीवन देश के बंटवारे की बलि चढ़ गया। यह दिन उन लोगों के कष्ट और संघर्ष की भी याद दिलाता है, जिन्हें विस्थापन का दंश झेलने को मजबूर होना पड़ा। ऐसे सभी लोगों को मेरा शत-शत नमन।
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' पर नई दिल्ली के NDMC कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम को शाम 5 बजे संबोधित करेंगे। कार्यक्रम में विस्थापित परिवारों को बुलाया जाएगा और त्रासदी में प्राण गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि दी जाएगी।
देश के सभी जिलों में होंगे कार्यक्रम
इसके तहत देश के सभी जिलों में विभाजन में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि देने के कार्यक्रम होंगे। इसमें विभाजन की त्रासदी झेलने वाले परिवारों को भी आमंत्रित किया जाएगा। विभाजन से संबंधित डॉक्यूमेंट्री फिल्में भी दिखाई जाएंगी। सभी जिलों की विभाजन से जुड़ी यादों और लिखित दस्तावेजों को प्रदर्शनी के जरिए दिखाया जाएगा। इसके अलावा भारत-पाकिस्तान के बंटवारे से जुड़ी किताबों को प्रदर्शनी के जरिए आम लोगों तक पहुंचाया जाएगा।क्षनई पीढ़ी को बताई जाएगी बंटवारे की कहान भाजपा ने अपनी राष्ट्रीय और राज्य इकाइयों को इस दिन प्रोग्राम करने की जिम्मेदारी दी है। कार्यकर्ताओं को उन परिवारों से मिलना है जिन्होंने त्रासदी में अपनों को खोया है। सोशल मीडिया पर अपनी यादें भी साझा करनी हैं। नई पीढ़ी को देश के बंटवारे के बाद लोगों को होने वाली पीड़ा के बारे में बताया जाएगा। इसके लिए विभाजन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा भी की जाएंगी।
यह फोटो 14 अगस्त 2022 की है। विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर नई दिल्ली में भाजपा ने जंतर-मंतर से मौन रैली निकाली। इसमें भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई नेता शामिल हुए। - Dainik Bhaskar
यह फोटो 14 अगस्त 2022 की है। विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर नई दिल्ली में भाजपा ने जंतर-मंतर से मौन रैली निकाली। इसमें भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई नेता शामिल हुए।
दो साल पहले PM ने किया था ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2021 में घोषणा की थी कि हर साल 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के तौर पर मनाया जाएगा। उन्होंने कहा था कि देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता। नफरत और हिंसा की वजह से हमारे लाखों बहनों और भाइयों को विस्थापित होना पड़ा और अपनी जान तक गंवानी पड़ी।
पीएम ने कहा कि उन लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया है। यह दिन हमें भेदभाव, वैमनस्य और दुर्भावना के जहर को खत्म करने के लिए न केवल प्रेरित करेगा, बल्कि इससे एकता, सामाजिक सद्भाव और मानवीय संवेदनाएं भी मजबूत होंगी।
भारत सरकार ने 2021 में गजट नोटिफिकेशन जारी कर 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' घोषित किया था। - Dainik Bhaskar
भारत सरकार ने 2021 में गजट नोटिफिकेशन जारी कर 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' घोषित किया था।
इसलिए मनाया जाता है दिवस
1947 में देश ने आजादी पाई थी, मगर देश को दो टुकड़ों में बांटे जाने का जख्म भी झेलना पड़ा। भारत से कटकर पाकिस्तान नया देश बना और बाद में पाकिस्तान के पूर्वी हिस्से ने 1971 में बांग्लादेश के तौर पर एक नए देश की शक्ल ली। भारत के इस भौगोलिक बंटवारे ने देश के लोगों को सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक व मानसिक रूप से तोड़कर रख दिया था। ऐसे में इस त्रासदी में प्राण गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि देकर विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के आयोजन के जरिए भेदभाव, मनमुटाव, दुर्भावना को खत्म कर एकता, सामाजिक सद्भाव व की भावना को बढ़ाया जाएगा।