वक़्त कब बदल जाए भरोसा ही नहीं है ,वक्त जिंदगी का दाव पर लगा एक जुआ है ;वक्त के साथ जो चला,जिंदगी को उसने भरपूर जिया; जिसने वक्त को ठुकरा दिया,वह कभी सफल ना होपाया। वक्त हमारा कभी मोहताज ना रहा,हम उसके मोहताज रहे;वक्त वक्त की बात है, हर किसी का वक्त बदलता है ; अर्श से
वक़्त बदलना आपके हाथ में नहीं,लेकिन हालात बदलना आपके हाथ में है।दूरदृष्टी,पक्का इरादा और कड़ी मेहनत;अभी ना सही कभी तो पहुंचा देगी मुकाम पर।आगे बढ़,चुनौती स्वीकार कर;लक्ष्य स्वयं पहुंचेगा तेरे पास चल कर।
कभी वक़्त मिले तो बुनना कुछ अनजाने सपनों को कुछ अनकही सी बातों को कभी वक़्त मिले तो बुनना ,मेरी तेरी यादों की बंधी हुई इक माला को कभी वक़्त मेल तो बुनना डॉ मनु चौधरी
ये कविता वक़्त के बदलते मिज़ाज से सम्बंधित है इसमें ये बताया गया है ,कि किस तरह से समय व्यक्ति के जीवन में बदलाव ला सकता है वक़्त आज सवार
Kaun Aaya Ki Nigaahon Mein Chamak Jaag Uthi Lyrics of Waqt : Kaun Aaya Ki Nigaahon Mein Chamak Jaag Uthi is a beautiful hindi song from 1965 bollywood film Waqt. This song is composed by Ravi. Asha Bhosle has sung this song. Its lyrics are written by Sahir Ludhianvi. वक़्त (Waqt )कौन आया की निगाहों म
'वकत' 1 9 65 की हिंदी फिल्म है जिसमें सुनील दत्त, साधना, राज कुमार, मदन पुरी, बलराज साहनी, रहमान, शशि कपूर और शर्मिला टैगोर प्रमुख भूमिका निभाते हैं। हमारे पास विक्ट के एक गीत गीत हैं। रवि ने अपना संगीत बना लिया है। आशा भोसले ने इन गीतों को गाया है जबकि साहिर लुधियानवी ने अपने गीत लिखे हैं।इस फिल्म
क्यूँ कल पर अपने रोता है क्यूँ कल में भागा करता है कल बीता ना बदलेगा ना कल पर तेरा वश है , सुनले मिला वक़्त बस आज का है खुशियाँ बाट , जी भर के जीलेकोई रंक हुआ है राजा शहजादे भी हुए फटीचर मिट्टी की ही पूजा
सुबह निकलने से पहले ज़राबैठ जाता उन बुजुर्गों के पासपुराने चश्मे से झांकती आँखेंजो तरसती हैं चेहरा देखने कोबस कुछ ही पलों की बात थी ________________लंच किया तूने दोस्तों के संगकर देता व्हाट्सेप पत्नी को भीसबको खिलाकर खुद खाया यालेट हो गयी परसों की ही तरहकुछ सेकण्ड ही तो लगते तेरे ________________निक