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ममता के बारे में

ममता जी एक शिक्षिका हैं। यह विगत 25 वर्षों से लेखन से जुड़ी हुई हैं। यह फेसबुक तथा अन्य कई लेखन मंच से जुड़ी हुई हैं। इन्हें कई मंच से उत्कृष्ट लेखन हेतु प्रमाण पत्र द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। शब्द मंच पर इनकी कई रचनाएं प्रकाशित हो चुकी हैं। 'तांत्रिका लड़की और उसके बैल' नामक उपन्यास में इन्हें एक विजेता के तौर पर सफलता मिली है। इस पुस्तक के प्रकाशन के पश्चात इनकी एक और पुस्तक 'कैसी है यह जिंदगी' भी प्रकाशित हो कर उपलब्ध है। इन्हें कविता, कहानी व उपन्यास पढ़ने का शौक है।

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ममता की पुस्तकें

तांत्रिक लड़की और उसके बैल

तांत्रिक लड़की और उसके बैल

यह उपन्यास मुख्यतः जादू टोना और तंत्र क्रिया पर आधारित है। दुश्मनी के कारण एक नाबालिग को किस तरह जादू टोना सिखाकर पूरे समाज को तंग किया जाता है यह आपको इस उपन्यास में पढने को मिलेगा। उपन्यास में कुल पन्द्रह अध्याय हैं।जिसमें निजी दुश्मनी

33 पाठक
15 रचनाएँ
2 लोगों ने खरीदा

ईबुक:

₹ 82/-

प्रिंट बुक:

215/-

तांत्रिक लड़की और उसके बैल

तांत्रिक लड़की और उसके बैल

यह उपन्यास मुख्यतः जादू टोना और तंत्र क्रिया पर आधारित है। दुश्मनी के कारण एक नाबालिग को किस तरह जादू टोना सिखाकर पूरे समाज को तंग किया जाता है यह आपको इस उपन्यास में पढने को मिलेगा। उपन्यास में कुल पन्द्रह अध्याय हैं।जिसमें निजी दुश्मनी

33 पाठक
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कैसी ये जिन्दगी

कैसी ये जिन्दगी

इस उपन्यास में - 25 भाग है यह उपन्यास एक स्त्री के जीवन संघर्ष पर आधारित है। लेखिका - ममता-यादव (प्रान्जलि काव्य) पूर्णतः मौलिक व स्वरचित तथा सर्वाधिकार सुरक्षित रचना

8 पाठक
25 रचनाएँ
0 लोगों ने खरीदा

ईबुक:

₹ 126/-

प्रिंट बुक:

313/-

कैसी ये जिन्दगी

कैसी ये जिन्दगी

इस उपन्यास में - 25 भाग है यह उपन्यास एक स्त्री के जीवन संघर्ष पर आधारित है। लेखिका - ममता-यादव (प्रान्जलि काव्य) पूर्णतः मौलिक व स्वरचित तथा सर्वाधिकार सुरक्षित रचना

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महफिलें जाम ओ मीना

महफिलें जाम ओ मीना

मय, मयकश, मयकशीऔर मयखाना यह विषय बहुतो का पसंदीदा विषय है और बहुतो के लिए हमेशा से एक विचारणीय विषय भी रहा है। अनेक रचनाकारों ने इस विषय पर अपनी-अपनी शैली में रचनाओं का सृजन किया। आदरणीय सुप्रसिद्ध कवि श्री हरिवंश राय बच्चन की कलम से इस विषय पर कालजय

5 पाठक
14 रचनाएँ

निःशुल्क

महफिलें जाम ओ मीना

महफिलें जाम ओ मीना

मय, मयकश, मयकशीऔर मयखाना यह विषय बहुतो का पसंदीदा विषय है और बहुतो के लिए हमेशा से एक विचारणीय विषय भी रहा है। अनेक रचनाकारों ने इस विषय पर अपनी-अपनी शैली में रचनाओं का सृजन किया। आदरणीय सुप्रसिद्ध कवि श्री हरिवंश राय बच्चन की कलम से इस विषय पर कालजय

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ममता के लेख

पीता हू

14 मार्च 2022
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कोई कहता है कि मैं पीते - पीते सोता हूंकोई कहता है कि मैं सोते - सोते पीता हूंजाने कौन सच कहता हैऔर कौन कहता है झूठमै तो पीता हूं, पीता हूंहां फकत मै पीता हूँए उम्र मुझसे चला चली की जिक्र न करमै तो ते

खाली पियाली

12 मार्च 2022
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गाफिल नींद में चल कर आया मयकश जब मयखाने मेंखाली - खाली जाम पडे थे सूने से मयखाने मेंखाली पियाली उसने उठा ली हसरत भरी नजर इक डालीफिर आया जोश दिवाने में खाली पियाली चूम रहा थाऔर दिवाना झूम रहा था कैसी ख

" शराब तो खराब नही "

12 मार्च 2022
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शराब तो खराब नहीखराब ये शराब नही शराब तो मुराद है जो उम्र बेमियाद हैगर जिंदगी अजाब है तो हांथ में शराब ले औ चंद घूंट पी के तूनशे में मय के डूब जा फिर झूमकर कहेगा तूकि जिंदगी ह

शराब कैसी होती है?

11 मार्च 2022
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अभी खुली बस एक ही बोतलबस - बस महफिल कहती हैंतुम क्या जानो दुनिया वालों ये शराब कैसी होती है?नखरे वाली नार के जैसीतल्ख उसके इंकार के जैसी गर पीने पे आ जाओ तोलगती है इकरार के जैसी मैने खो

इकबाल बलंद हैं

11 मार्च 2022
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ऐ शराब नामुरादतेरी तकदीर बलंद हैकितनी सादी है तूजब तलक बोतल में बंद है खुल जाए गर मुंह तेरा फिर सबकी जबां बंद हैबेनागा हाजिरी देते हैं चौखट पे तेरे बंदे तू कितनी कायदा पसंद है&nbsp

थोड़ी सी पी ली है

11 मार्च 2022
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जब भी जी में आयाथोड़ी सी पी ली है बड़ी लजीज है ये तीखी और नशीली हैहै शराब जिसका नाम बड़ अलबेली हैखुशी की दोस्त है वोगम की भी सहेली है जमाने से जुदा है दस्तूर जालिम काहजारों मे

मयखाने की सालगिरह

10 मार्च 2022
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दे दो तालियां दो हांथो सेमयखाने की सालगिरह में पांव कोई लड़खड़ाएं न कुछ ऐसी शर्त लगाएं नसाकी है जाम ओ मीना हैआज सभी को पीना है हां जी भरकर पीना है होश कोई गंवाए नजी की जी में

हर गाम खुलेगी

9 मार्च 2022
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सुब्होशाम खुलेगी ये सरे आम खुलेगीबोतल है ये शराब की हर गाम खुलेगी बंद कमरे और खुले आसमान खुलेगीआंधी में खुलेगी और तूफां मे खुलेगीये दोस्तो की दोस्ती के पैगाम खुलेगीहो दुश्मनी तो दुश्मनी के ऐलान ख

बोतलें

9 मार्च 2022
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दो अजनबी को दोस्त बनाती हैं बोतलें नजदीकियों को और पास लाती है बोतलेंहंसने वालो के साथ खिलखिलाती है बोतलें रोने वालों को भी खूब रुलाती है वह बोतलें देखिए कैसे-कैसे गुल खिलाती हैं बोतलें

भीगा मौसम

8 मार्च 2022
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भीगा मौसम भरी सुराहीदोनों मन को भाते हैजब रिमझिम बारिश होती हैहम मयखाने आ जाते हैंघनघोर घटाऐं छाती हैतो छाती मचली जाती हैथाम के हम अपना जिगरतब मयखाने आ जाते हैंये आबोहवा मयखाने कीकुछ करामात है पैमाने

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए