क्योंकि त्योंहार का मतलब खुशियों से है...
दीवाली,ईद,क्रिसमस या होली ये कुछ धार्मिक त्योहार है जो अलग - अलग धर्म के लोगों द्वारा मनाये जाते है,
मगर क्या गलत है अगर दीवाली की मिठाई किसी क्रिश्चियन के घर पहुँचे,
क्या गलत है अगर ईद की मीठी खीर किसी हिन्दू के मुँह का स्वाद बने,
क्या गलत है कि अगर क्रिसमस डे पर किसी हिन्दू या मुसलमान का बच्चा संता वाले प्यारे से वस्त्र पहने,
क्या गलत हैं अगर रामलीला में कोई मुस्लिम राम का रोल ह्रदय-सम्मान के साथ करें।
त्योंहार का असली मतलब तो खुशियों से है,
हम दोस्त जब आपस में सालों बाद त्योहारों पर मिलते है तो सब गले लगते है बिना धर्म-जात को देखें,
वो समा,वो लम्हें जीवन भर सुनहरे मोतियों के जैसे हमारे दिख में जगह कर जाते है,
असल में जिंदगी को जीने के लिए खुशियों की जरूरत होती है और खुशियो के लिए दोस्तों की,हम सभी को जीने के लिए इन्हीं ख़ुशियों जरूरत है।
बेशक़ अनेक रहें,
लेकिन सब एक रहे।
जय श्री राम❤️
हिंदी लेखन...✍️