दोस्ती
वफ़ा की तलाश करते रहे हमबेबफाई में अकेले मरते रहे हम,नहीं मिला दिल से चाहने वालाखुद से ही बेबजह डरते रहे हम,लुटाने को हम सब कुछ लुटा देतेमुहब्बत में उन पर मिटते रहे हम,खुद दुखी हो कर खुश उन को रखातन्हाईयों में सांसे भरते रहे हम,वो बेवफाई हम से करते ही रहेदिल से उन पर मरते रहे हम|