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17 अप्रैल 2022

17 अप्रैल 2022

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प्रिय सखी।
  कैसी हो ।आज गाना गाने का मन कर रहा है पूछोगी नही कौन सा ।यही "इंतजार है है है तेरा इंतज़ार है।अब तुम कहोगी सखी तो बोरा गयी है । नही सच मे मुझे इंतज़ार है अपने ईनाम आने का ।अब ये नही पता शब्द टीम ने भेज दिया या कुरियर वाला लेट कर रहा है।मेरा छोटा बेटा कितनी बार पूछ चुका है "ममा आप का ईनाम आ गया ?"
मैं उसे हर बार कहती हूं थावस रखो आ जाएगा।उसे अजीब लग रहा है कि उसकी ममा का भी ईनाम आया है अभी तक तो वो ही स्कूल से लाता है।
सखी एक बात और बतानी थी तुम से आज काफी समय बाद ओटो मे बैठी । भाईसाहब किराया ही बढ़ा दिया उन लोगों ने ।पहले दस रूपए में जाते थे अब बीस कर दिया है । मैंने पूछा ,"किस खुशी मे किया है भाई किराया महंगा ?"
तो बंदा बोलता है बहनजी सीएनजी महंगी हो गयी है मतलब मर हर जगह मध्यमवर्गीय परिवार की है अमीरों को कोई फर्क नही पड़ता ।गरीब अपना सरकार से मदद । यहां से मदद । वहां से मदद।पर जाए तो जाए कहां यह मध्यमवर्गीय।वो तो दो पाटों मे पिसता चला जा रहा है।अब कोई कही जाए ओटोरिकशा से और वापस भी आये उसी से और भगवान न करे उसका कोई काम भी ना बने तो वो बेचारा तो आ गया बिन बात के पचास रुपए के नीचे। हां हां मुझे पता है तुम सोच रही होगी पचास कैसे चालीस बनते है ।भयी ज्यादा जोड घटा मत करो दस रुपए के कुरकुरे भी तो खायेगा। हाहाहाहाहा। अच्छा सखी अब अलविदा।
Diya Jethwani

Diya Jethwani

सही कहा जी आपने मध्यमवर्गीय तो मंहगाई के बोझ से दबता ही जा रहा हैं... और सच कहूं तो इनाम का इंतजार तो मुझे भी बेसब्री से हैं... मैने तो घर पर किसी को अभी तक बताया ही नहीं हैं...। आने के बाद सभी को फक्र से दिखाऊंगी...। 😜😜😃

18 अप्रैल 2022

Monika Garg

Monika Garg

18 अप्रैल 2022

दिया जी हमे तो पतिदेव का डर है । उन्हें पता नही क्यों मेरा लिखना नही अच्छा लगता

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रचनाएँ
दैनिंदनी सखी (अप्रैल)
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हिन्दू नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं आप सब को।नयी किताब नये जज़्बात नये अहसास शायद पसंद आये आपको ।
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1 अप्रैल 2022

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नमस्कार सखी।कैसी हो।आज बहुत दिनों बाद तुम से मुलाकात हुई है।अब क्या करें शब्द टीम ने तुमसे मुलाकात के अवसर पंद्रह ही कर दिये है ।अब ये तो हमारे ऊपर है हम चाहे धक्के से मिलने आ जाएं।और हां हिन्दू नववर्

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2 अप्रैल 2022

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हैलो कैसी हो सखी। मै अच्छी हूं चैत्र नवरात्र की हार्दिक शुभकामनाएं। मां शेर सवार हो कर आपके घर पधारे और सब मनोकामनाएं पूर्ण कर दे। मुझे याद है जब मै छोटी थी तो हर छमाही के न

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5 अप्रैल 2022

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प्यारी सखी, कैसी हो।आज मन खुश भी है और उदास भी।अब पहले खुशी की बात बताती हूं आज सुबह जब फोन उठाया तो वहटस अप खोलते ही हमे शैलेश जी का शब्द समूह पर एक संदेश देखा ।कल दो बार इंगित करव

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9 अप्रैल 2022

9 अप्रैल 2022
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प्रिय सखी। कैसी हो।दो चार दिन हम पटल से नदारद क्या हुए हमारी सखी हमे मंच के डायरी सेक्शन में दिखाई नही दे रही। अभी समूह मे पूछा है।नही सखी तुम कैसे गायब हो सकती हो।तुम ही तो मेरे विचार और

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10 अप्रैल 2022

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हैलो सखी। कैसी हो ।खाटू नरेश की नगरी खाटू से मेरा नमस्कार ग्रहण करो। हां सखी कल ही रात ट्रेन से चले थे खाटूश्यामजी के लिए सुबह छह बजे पहुंच गये थे यहां पर ।सारी रात ट्रेन मे चलने पर

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13 अप्रैल 2022

13 अप्रैल 2022
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प्रिय सखी । कैसी हो ।और गर्मी का क्या हालचाल है हमारे शहर मे तो अप्रैल के महीने मे ही जून जैसी गर्मी पड़ रही है ।पर दोष दे भी तो किस को ये हमारा ही किया धरा है भगवान को तो खा

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16 अप्रैल 2022

16 अप्रैल 2022
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हैलो सखी कैसी हो।हमे कल ही शैलेश जी का दूरभाष के माध्यम से संदेश प्राप्त हुआ कि डायरी लेखन प्रतियोगिता का इनाम हमे भेज दिया गया है।मन बहुत प्रसन्न है इनाम चाहे

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17 अप्रैल 2022

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प्रिय सखी। कैसी हो ।आज गाना गाने का मन कर रहा है पूछोगी नही कौन सा ।यही "इंतजार है है है तेरा इंतज़ार है।अब तुम कहोगी सखी तो बोरा गयी है । नही सच मे मुझे इंतज़ार है अपने ईनाम आने का ।अब ये नही प

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18 अप्रैल 2022

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हैलो सखी। कैसी हो। आज ही कुरियर वाला हमे हमारा ईनाम देकर गया है। हमारे छोटे सपूत दौड़ कर गये और कुरियर वाले से ईनाम लेकर सब को दिखाया कि हमारी ममा ने ईनाम जीता है ।सच मे सखी बड़ी खुशी हो र

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20 अप्रैल 2022

20 अप्रैल 2022
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हैलो सखी कैसी हो।आज मेरा मन उदास है ।जब कोई लेखक मन से कोई काम करे और उसकी पेमेंट ना आये तो उसे बुरा लगता है हमारे साथ ऐसा हो रहा है एक मंच के लिए हम सहलेखन कर रहें है हमने इतनी मेहनत करके दस पार्ट लि

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22 अप्रैल 2022

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हैलो सखी। कैसी हो ।मै अच्छी हूं।हां आजकल का चलन यही हो रहा है सब अपने आप को अच्छा मानते है दूसरों मे लाख बुलाई निकाल देंगे पर जब बात अपनी आती है तो हम से अच्छा कोई है ही नही । दार्शनिक टा

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24 अप्रैल 2022

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प्रिय सखी। कैसी हो । क्या कर रही थी आज । रविवार है आज तो छुट्टी का दिन ।पर हमारी छुट्टी कभी हैती है कभी नहीं।एक गृहिणी कभी छुट्टी नही मना सकती ।सुबह उठते ही ढेरों काम मुंह बाये उसका इंतजार कर रह

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26 अप्रैल 2022

26 अप्रैल 2022
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हैलो सखी। कैसी हो। आज मन ठीक नही है । आज मै तुमसे रिश्तों और भगवान की बात करना चाहती हूं ।इस दुनिया मे सब मतलब के यार होते है।खास कर बड़े शहरों मे तो लोग मतलब निकलने के बाद पहचानते भ

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27 अप्रैल 2022

27 अप्रैल 2022
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हैलो सखी।कैसी हो ।आज अभी आयी हूं शोप पर । तबीयत ठीक सी नही लग रही है।पता नही मुझे वहम है या सब के साथ हो रहा है ऐसा जब से को वैक्सीन लगवाई है मतलब करोना के टीके तब से बहुत जल्दी जुकाम खांसी की चपेट मे

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29 अप्रैल 2022

29 अप्रैल 2022
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हैलो सखी । कैसी हो।हम तो यहां गर्मी मे उबल रहे है।जरा मुझे बताएं जो जो मेरी सखी और मेरा वार्तालाप पढ़ रहे है वो बताएं कि उनके शहर मे मौसम कैसा है।हमारे यहां तो तेज लू चल रही है। हां खरबूजे तरबूज

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