Affirmations को हिंदी में पुष्टि भी कहते हैं ! इसे वैसे तो कभी भी हम आप इस्तेमाल कर सकते हैं ! दिन में कितनी भी बार इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन कुछ खास समय आप प्रयोग करेंगे तो बहुत अच्छा इसका फायदा मिलेगा जब हम अल्फा स्टेज में होते हैं तो फॉर्मेशन बहुत अच्छे काम करते हैं ! अगर आप को नहीं पता की अल्फ स्टेज क्या हैं तो मैं आप को यहां बताती हूं ! अल्फा स्टेज वह स्टेज होती है जब आप को आधी नींद आ रही है आधी नींद में है आप और तब आप अगर यह करते हैं तो आपको बहुत फायदा होता है! मतलब जब लेट गए हैं आप का शरीर भरी हो गया हैं आधी नींद मैं हैं यह होती हैं अल्फस्टेज ! लेकिन आज की दुनिया में इस स्टेज को पकड़ पानाथोड़ा मश्किल हो गया हैं क्यूंकि फ़ोन चलते रहते हैं या काम अधिक होने की वजह से आप को लेटते ही नींद आ जाती हैं ! आप को पता ही नहीं चलता कब अल्फा स्टेज आई और कब गयी ! इसलिए हम दूसरे तरीको का सहारा लेते हैं ! इनमें से कुछ आप को निचे तरीके बता रही हूं !
1. आप अपनी आवाज में इसे रिकॉर्ड कर के रख सकते हैं और रात को जब आप लेट जाते हैं सोने लगते हैं तब इसे चालू कर सकते हैं और सुबह उठते भी चालू कर सकते हैं ताकि जब आप ब्रश कर रहे हैं कुछ भी कर रहे हैं तो आपके अंदर ही अंदर यह चलते रहे!
2. इसे आप पेपर पर लिख कर रख सकते हैं ! फिर उसके ऊपर गिलास रख सकते हैं पानी का और उसे पी सकते हैं ! एक बोतल पूरी भर कर रख ले और एक बार वही सारे एफर्मेशंस को अपनी उसे बोतल में बोल सकते हैं ! क्यूंकि हमारा 80 % भाग जल है यानि पानी ! पनि किसी भी वाइब्रेशंस को जल्दी सख्त हैं और हमारे अंदर जा कर यह हमारे नर्वस सिस्टम को मैसेज दे देता हैं ! ,
3. आप रोज 5 से 10 मिनट बैठकर इसे जाप जैसे कर सकते हैं, दोहरा सकते हैं, बार-बार बार-बार ! आप को याद हो तो हमे बचपन में पहाड़े याद कराने के लिए बार बार बुलवाया जाता था ! इसे रटना कहा जाता था ! ऐसा इसलिए किया जाता था ताकि अवचेतन मन में सुरक्षित हो जाएं ! आप सोचिये की जो इस तरह से बचपन में याद किया हुवा अभी तक याद हैं ! इसी तरह हम इसे रट कर अवचेतन मन को याद करा दिया जाता हैं की तुम यह कर सकते हो ताकि वह उस तरफ काम करना चालू कर देता हैं !
4. आप शीशे के सामने खड़े हो कर बोल सकते हैं ! इससे शीशे में से वाइब्रेशन वापिस आप में आती हैं तो आप को जल्दी परिणाम मिलते हैं !
5. आप इसे लिख सकते हैं एफर्मेशन को एक डायरी बनाकर उसे रोज उसमें कई बार लिख सकते हैं 10 बार 11 बार 21 बार जितनी बार आप लिख सकते हैं एक दिन पांच बार लेकर अगले दिन छह बार लिखें ! इसे कम से कम 30 40 दिन तक जब तक आपने बदलाव न आए आप इसेे लिखे ! लिखने से आप के सेसं ऑर्गन का प्रयोग होता हैं !
आँखें , हाथ (स्किन) , साथ में बोलने से कान, जीभ सब का प्रयोग होता हैं जिससे जल्दी फायदा होताहैं ! इसी लिए जो चीज रट कर भी याद नहीं हो रही होती उसे लिख लिख कर याद कराया जाता हैं ! .
6. आप इन्हें लिखकर अपने सिराने के नीचे भी रख सकते हैं! क्यूंकि जब हम सोते हैं तो हमे हीलिंग मिलती हैं तो इसकी विब्रेशन्स भी मिलती हैं !
7. अगर आप कोई मेडिटेशन करते हैं प्रेयर करते हैं पूजा पाठ करते हैं तो वह पूरा करने के बाद इन एफर्मेशंस को बोल सकते हैं ! क्यूंकिउस समय आप का चेतन मन शांत होता हैं और आप पॉजिटिव होते हैं !
8. आप वॉक करते हैं तो वॉक करते टाइम सबसे अच्छा समय है इसको मन में बोलते रहने का ! क्यूंकि शरीर एक्टिव होता हैं तो चेतन मन का ध्यान उस तरफ होता हैं !
9. आपका प्रिय पदार्थ जैसे कि चाय आपको बहुत ज्यादा पसंद है या कोई और चीज जो आपको बहुत ज्यादा पसंद है उसे पीने से पहले उसके अंदर इन्हें बोल सकते है! उसे वह जो आपकी दिल से जुड़ी हुई चीज है जिसको पीके आप फ्रेश फील करते हैं उसके साथ-साथ वह वाइब्रेशंस भी आपके अंदर चली जाती हैं ! आप की पदंड की चीज को आप का चेतन मन नकारता नहीं हैं तो साथ साथ वह बातें भी अंदर चली जाती हैं ! और यह भी हैं की आप को जो चीजहैं वह आप पिटे भी बहुत बार होंगे ! यह तरल पदार्थ में अच्छे से काम करता हैं !
10. आप का कोई भी गाना फ़िल्मी या कोई भी भजन जिसमे आप खो जातें हैं वह सुनते सुनते बीच में affirmations बोले क्यूंकि चेतन मन वहां व्यस्त हैं !
आप इनमें से कोई भी तरीका अपना सकते हैं या सभी अपना सकते हैं ! जिन बातो को चेतन मन नकार देता हैं बस उन बातो को उसे धोखा दे कर अवचेतन मन तक पहुंचना हैं ! दोस्त कर भी पहुंचाया जा सकता हैं लेकिन वह तरीका थोड़ा समय लेता हैं !