प्रोटेक्शन , मतलब नकारात्मक ऊर्जा यही जब अस्तित्व में आती हैं तो प्रोब्लेम्स ( शरीरिक, मानसिक, रिश्ते, धन समस्या और जिसे भी आप समस्या समझते हैं ) बनती हैं ! अब यहां बहुत जगह से आ सकती हैं ! ,
102 . मेरा मन और दिमाग दोनों नकारात्मक ऊर्जा से खुद की रक्षा करते हैं !
103 . हर बुरी नजर मुझ पर आकर ब्लेसिंग बन जाती है।
104 . मेरा व्यवसाय या नौकरी सब तरह से सुरक्षित है।
105 . मुझे प्रेम या नफरत दोनों की एनर्जी संतुलन में ही मिलती है !
इसका अर्थ है कि अच्छी नजर भी नहीं लगती और बुरी नजर भी नहीं लगती अच्छी नजर न लगने का अर्थ है कि कभी-कभी प्रेम की ऊर्जा भी बहुत ज्यादा हो जाती है और वह हमें सेंसिटिव बना देती है ! हमें प्रोग्रेस में रुकावट पैदा करती है जैसे मान लीजिए आपकी माता है उसको आपकी बहुत चिंता रहती है! वह सोचती हैं बेचारा कितना करता हैं, धक जाता हैं ! तो भगवान सौचते हैं इनकी चिंता को कम कर दें ! इसका मतलब यह नहीं हैं की आपअपने चाहने वालो के प्रति नाराज हो जाएं उन कहें की जब आप की चिंता हो तो भगवान से कहें की काम के साथ साथ पूरा शारीरिक, वर्कर्स सब का साथ दे !