shabd-logo

दहशत ही जीने का पर्याय है

hindi articles, stories and books related to Dahshat hi jine ka paryay hai


किसे धिक्कार रहे ?क्या यह पहला हादसा है ?गन्दी-विकृत फिल्मों को कौन बढ़ावा देता है ?कभी सोचा है इसे बनाना और देखना एक विकृति है विकृति के सिवा कुछ भी नहीं … जब बादल जमा होते हैं तो बारिश होती है जब दर्द जमा होता है तो आँसू और जब विकृति जमा होती है तो हादसे !गौर से देखिये ये सारे मानसिक रोगी हमारे आस-

संबंधित किताबें

संबंधित टैग्स

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए