एक देशज गीत...... “रंग चढ़वा ल”रंग चढ़वा ल हो रंग चढ़वा लभौजी नथुनिया पे रंग चढ़वा ल.......सरसो फुलाइल चमैली फुलाइल फुलल रहरिया हो अंग मलवा ल......भौजी नथुनिया पे रंग चढ़वा ल साँझ सबेरे छमकि जाले पायल लहूरा देवरवा भइल बा रे घायलघूँघता उठा ल हो नथ नथवा ल..... भौजी नथुनिया पे रंग चढ़वा लकोर कोर चोली पसार नह